पटना: बिहार सरकार में मंत्री रामसूरत राय के भाई हंसलाल यादव की जमीन पर बने स्कूल से शराब की बरामदगी मुद्दे पर विवाद जारी है. बिहार विधानसभा में शनिवार को भी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया और मंत्री से इस्तीफा मांगने की मांग की. वे मामले से जुड़े तथ्य सदन में रख ही रहे थे कि डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद भड़क गए और तेजस्वी पर आसन की बात ना मनाने का आरोप लगाया.


तारकिशोर प्रसाद ने लगाई तेजस्वी को फटकार


तारकिशोर प्रसाद का ऐसा कहना था कि दोनों नेताओं में बहसबाजी शुरू हो गयी. तारकिशोर प्रसाद ने सख्त लहजे में कहा कि जो सवाल या मुद्दे पहले से मुद्रित हैं, सदन में उसपर चर्चा हो. नेता प्रतिपक्ष उन मुद्दों पर बात ना करें, जो मुद्रित ना हो. वहीं, किसी मंत्री के पिता और परिवार के अन्य सदस्यों का नाम सदन में लेना सदन के नियम के विरुद्ध है. सदन केवल नेता प्रतिपक्ष का नहीं सबका है, ऐसे में वो नियमों का पालन करें.


दरसअल, आरजेडी एमएलए ने सदन में कार्य स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा करने के दौरान सूबे में शराबबंदी की विफलता का मुद्दा उठाया और मंत्री के भाई के स्कूल के कैंपस से शराब बरामदगी में मामले में कार्रवाई करने की मांग की. आरजेडी एमएलए के बोलने के बाद तुरंत नेता प्रतिपक्ष बोलने के लिए खड़े हुए. ऐसे में विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें बोलने के लिए 2 मिनट का समय दिया.


तेजस्वी यादव ने कही ये बात


इस दौरान उन्होंने कहा कि नियम रहते हुए भी कार्रवाई नहीं कि जा रही है. हमारे पास सबूत है कि स्कूल मंत्री जी के भाई का है. लेकिन सरकार उन्हें बचा रही है, क्या ये कानून केवल गरीबों को जेल में ठूंसने के लिए बनाई गई है? आखिर कानून है तो आरोपी को संरक्षण क्यों दिया जा रहा है. अब सुनने-समझने का वक़्त नहीं कार्रवाई करने का वक़्त है.


मामले से जुड़े तथ्यों का जिक्र करते हुए वो अपनी बात आगे बढ़ा रहे थे कि उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने मंत्री रामसूरत के पिता अर्जुन राय का नाम सदन में लेने पर आपत्ति जताई. इसके बहसबाजी शुरू हो गयी. ऐसे में विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी.