(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
डिप्टी CM तारकिशोर प्रसाद का दावा- सरकारी योजनाओं से मल्लाह समाज की बदलेगी दशा और दिशा
उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि आने वाले दिनों में हम मछली उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होंगे और आंध्र प्रदेश पर मछली के मामले में हमारी निर्भरता समाप्त होगी.
कटिहार: बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने अपने क्षेत्रीय दौरे के दूसरे दिन कटिहार समाहरणालय में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मत्स्य विकास योजना के तहत 14 लाभुकों और प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत 16 लाभुकों सहित 30 लाभार्थियों के बीच अनुदानित वाहन का वितरण किया. इस दौरान उन्होंने दावा किया कि सरकारी योजनाओं से आने वाले दिनों में राज्य के मल्लाहों की दिशा और दशा बदलेगी.
उन्होंने कहा कि केंद्र एवं बिहार सरकार मत्स्यपालकों और मछुआरा समुदाय के लोगों के जीवन में खुशहाली और समृद्धि लाने के लिए अलग-अलग योजनाएं संचालित कर रही है. उन्हें मछली उत्पादन और बिक्री में सहूलियत हो, इस उद्देश्य से उन्हें अनुदानित दर पर गाड़ी उपलब्ध कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मछली पालन के लिए लोगों को राज्य के अंदर और बाहर भेज कर तकनीकी प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की गई है, जिससे राज्य मछली उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो सके.
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में हम मछली उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होंगे और आंध्र प्रदेश पर मछली के मामले में हमारी निर्भरता समाप्त होगी. हम मछुआरा समुदाय और मत्स्य पालकों के जीवन में खुशहाली और समृद्धि के लिए परिवर्तन चाहते हैं.
कार्यक्रम में उन्होंने लाभार्थियों का आह्वान करते हुए कहा कि सरकार की ओर से दिए जा रहे अनुदानित दर के गाड़ी को मछली उत्पादन और बिक्री के कामों में ही लगाएं ताकि इन योजनाओं के लाभ से आपका जीवन स्तर उन्नत हो सके. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पशु और मत्स्य संसाधन विभाग की ओर से सभी प्रमुख स्थानों पर मछली बाजार को विकसित करने की व्यवस्था की जा रही है, ताकि मछली बाजार पूर्ण रूप से हाइजीनिक और सुनियोजित स्थिति में लग सके. समस्तीपुर जिला में इस दिशा में बेहतर प्रयोग किया जा रहा है.
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि योजना से लाभान्वित किए जाने वाले लोगों की धरातलीय स्थिति का पंचायतों में जाकर अनुश्रवण करें, जिससे पता चल सके कि सरकार की योजनाओं का वास्तविक लाभ लाभार्थियों को मिल पा रहा है और उनके जीवन स्तर में सुधार हो रहा है.