पटना: बिहार को इस मानसून जलजमाव से बचाने की कवायद शुरू कर दी गई है. सूबे के उपमुख्यमंत्री और नगर विकास और आवास विभाग के मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने गुरुवार को 18 नगर निगमों के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से क्षेत्र में चलाई जा रही योजनाओं की समीक्षा की और जरूरी सुझाव दिए. समीक्षा के दौरान विभाग के कई अधिकारी मौजूद रहे.
10 मई तक नाला उड़ाही का दिया टारगेट
समीक्षा के दौरान डिप्टी सीएम ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि जल-जमाव की समस्या के निदान के लिए मानसून के पहले 10 मई तक हर हाल में बड़े और छोटे नालों की उड़ाही का काम पूरा कर लिया जाए. उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि इस दौरान सभी सम्प हाउसों की मरम्मति भी सुनिश्चित कराई जाए. इसमें किसी तरह की कोताही न हो.
सभी समस्याओं का करें समाधान
उन्होंने कहा कि अगर कोई समस्या हो, तो स्थानीय स्तर पर या मुख्यालय स्तर से जल्द उसका समाधान सुनिश्चित करा लें. साथ ही, शहरी निकायों में जल-जमाव की समस्या के निदान के लिए स्थानीय स्तर पर महापौर, उपमहापौर, विधायकगण, नगर पार्षदों का भी सुझाव लिया जाए. इन समस्याओं के निराकरण और समुचित अनुश्रवण के लिए उप नगर आयुक्त को क्षेत्र आवंटित कर जिम्मेवारी सौंपी जाए.
इस दौरान उन्होंने हर घर नल का जल निश्चय योजना के अंतर्गत निर्देश देते हुए कहा कि जिन घरों में नल का संयोजन हो चुका है, उन्हें निर्बाध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करें औए बाकी घरों में नल का संयोजन अविलंब कराना सुनिश्चित कराएं. उन्होंने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि पाइप बिछाने के क्रम में कटिंग किए गए सड़कों को मानसून के पूर्व हर हाल में मोटरेबल करना सुनिश्चित करें, ताकि जल-जमाव की स्थिति उत्पन्न न हो और स्थानीय नागरिकों को आवागमन में कठिनाई न हो.
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