हजारों एकड़ में लगी गेहूं की फसल जलकर खाक, मायूस किसान ने कहा- इसी के भरोसे तय की थी बेटी की शादी
किसान अपने स्तर से आग पर काबू पाने का प्रयास करते रहे, लेकिन आग इतनी भयावह थी कि हजारों एकड़ में लगी फसल चंद मिनटों में जलकर खाक हो गई. किसानों की मानें तो बिना पानी भरे ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच गयी थी.
बक्सर: गेहूं की फसल पक चुकी है, ऐसे में किसान अपनी साल भर की मेहनत को काट कर घर लाने में लगे हुए हैं. इसी बीच बिहार के कई जिलों से गेहूं की फसल में आग लगने का मामला सामने आ रहा है. ताजा मामला सूबे के बक्सर जिले के डुमरांव अनुमंडल के चौंगाई प्रखंड के आमसारी और मठिला गांव का है, जहां सोमवार को हजारों एकड़ में लगी गेहूं की तैयार फसल किसानों के आंख के आगे जलकर खाक हो गई. इस घटना के बाद पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया है. सभी किसानों का रो-रोकर बुरा हाल है.
इस वजह से लगी आग
मिली जानकारी अनुसार उक्त गांवों के हजारों एकड़ जमीन में लगी गेंहू की फसल पक कर तैयार थी. किसान फसल को काटकर घर लाने की तैयारी में थे. इसी बीच खेतों के से उपर गुजर रही हाईटेशन तार से गिरी चिंगारी ने किसानों के सपनों को उनकी आंखों के आगे खाक में तब्दील कर दिया. इधर, घटन की सूचना पाकर दमकल की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची, लेकिन वे आग बुझाने में नाकाफी साबित हुईं.
किसानों ने लगाया ये आरोप
किसान अपने स्तर से आग पर काबू पाने का प्रयास करते रहे, लेकिन आग इतनी भयावह थी कि हजारों एकड़ में लगी फसल चंद मिनटों में जलकर खाक हो गई. किसानों की मानें तो बिना पानी भरे ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच गयी थी. लेकिन आग की भयावहता को देखते हुए वो मौके से फरार हो गयी.
बेटी की शादी की सता रही चिंता
पीड़ित किसान राजेश्वर सिंह और रामकृष्ण सिंह की मानें तो इस अगलगी ने सबकुछ बर्बाद करके रख दिया. उन्होंने अपनी बेटी की शादी, इसी आस में तय कर रखी थी कि खेतों में लगी गेंहू की फसल बेच कर उससे मिलने वाली रकम से बेटी की शादी बड़े ही धुमधाम से करेंगे. लेकिन अब ऐसा संभंव नहीं हो सकेगा. उन्होंने यह भी कहा कि अब तो उनके और उनके परिवार के लिए खाने-पीने की भी समस्या उतपन्न हो गई है.
घटना के बाद गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है. पीड़ित किसानों में रामकृष्ण सिंह, राजेश्वर सिंह, अंटु सिंह, ललित सिंह, मोहन जी सिंह, अक्षेवर सिंह, पप्पू पाठक समेत गांव के सैकड़ों किसान शामिल हैं. किसानों की मानें तो करीब करोड़ों की फसल जलकर राख हो गई है. सभी की निगाहें अब सरकार की ओर टिकी है. गांव के सभी किसान सरकार से मुआवजे की मांग कर रहे हैं.
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