Dev Diwali 2022: बक्सर में 11 लाख मिट्टी के दीप से बनी भगवान राम की आकृति, धर्म संसद में बिहार आएंगे नौ राज्यों के CM
Sansakriti Samagam in Bihar: सात से 15 नवंबर तक चलने वाले राम कथा का आयोजन तीन बजे से शाम के छह बजे तक होगा. मोहन भागवत के अलावा यूपी, एमपी, असम, उत्तराखंड समेत नौ राज्यों के सीएम शामिल होंगे.
बक्सर: जिले के अहिरौली में अंतरराष्ट्रीय संत समागम कार्यक्रम स्थल पर भगवान राम (Lord Ram Images) की आकृति को 11 लाख मिट्टी के अलग-अलग रंगों से सजाया गया. इसमें राम कर्मभूमि प्रसंग को दर्शाया गया है. इस कार्यक्रम के माध्यम से से विश्व रिकॉर्ड (World Record) बनाने की तैयारी की गई है. सात से 15 नवंबर तक होने वाले इस अंतर्राष्ट्रीय संत सम्मेलन कार्यक्रम में सोमवार को दीपोत्सव समारोह को देखने के लिए लोगों में उत्साह दिखा. इस कार्यक्रम में मोहन भागवत आएंगे (Mohan Bhagwat). साथ ही नौ राज्यों के मुख्यमंत्री और कई राज्यपाल को भी बुलावा है. कैलाश खेर, अनुराधा पौडवाल से लेकर कई सिगर समा बांंधेंगे.
भागलपुर से आए थ्री डी आर्किटेक्ट की टीम ने किया तैयार
इस खूबसूरत आकृति को बिहार के भागलपुर से आ थ्री डी आर्किटेक्ट की टीम ने तैयार किया है. टीम अपने साथ भागलपुर से दीए लेकर आई थी. 1140 वर्ग फीट भूमि पर श्री राम चन्द्र जी की आकर्षक कलाकृतियों को बनाया है. अहिल्या धाम गंगा का तट लाखों दीयों से जगमगा उठेगा. शाम को गंगा महाआरती का आयोजन भी किया गया है जिसमें गंगा महाआरती के लिए वाराणसी से आए विश्व प्रसिद्ध पंडित शामिल होंगे.
9 नवंबर को मोहन भागवत भी मौजूद रहेंगे
सात से 15 नवंबर तक चलने वाले राम कथा का आयोजन तीन बजे से शाम के छह बजे तक होगा जिसमें रामभद्राचार्य जी महाराज सुनाएंगे. यह कार्यक्रम नौ दिवसीय सनातन संस्कृति समागम के तहत हो रहा है. सात नवंबर से महान संत पूज्य जीयर स्वामी महाराज मौजूद रहेंगे. आठ नवंबर को धर्म सम्मेलन होना है जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संघ संचालक मोहन भागवत भी मौजूद रहेंगे.
भोजपुरी सिंगर से लेकर बॉलीवुड गायक बांधेंगे समा
इसके बाद नौ नवंबर को जल भरी होता है. उसके बाद महान संत पूज्य जीयर स्वामी के सानिध्य में यज्ञ की शुरुआत होगी. नौ नवंबर से 13 नवंबर तक विभिन्न विद्वानों द्वारा राम कथा ज्ञान पर चर्चा होगा. बता दें कि इस यज्ञ के दौरान सांस्कृतिक तथा साहित्य कार्यक्रम भी हो रहा जो कि शाम छह बजे से हर रोज होगा. इसके तहत सात नवंबर को खेसारी लाल यादव, आठ नवंबर को कैलाश खेर और नौ नवंबर को अनुराधा पौडवाल आएंगी.
10 को दिनेश लाल यादव निरहुआ, 11 नवंबर को हंसराज रघुवंशी, 12 नवंबर को मनोज तिवारी मृदुल तथा मैथिली ठाकुर शिरकत करेंगे. वहीं 13 नवंबर को शारदा सिन्हा और 14 नवंबर को पवन सिंह तथा देवी मौजूद रहेंगे. 15 नवंबर को रवि किशन अपना प्रस्तुति देंगे.
नौ राज्यों के मुख्यमंत्री आएंगे
बता दें कि 15 नवंबर को यज्ञ के समापन समारोह सुबह दस बजे से होगा. इसमें विशिष्ट अतिथि के रूप में योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री असम हेमंत विश्वकर्मा, मुख्यमंत्री उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री हरियाणा मनोहर लाल खट्टर, मुख्यमंत्री सिक्किम प्रेम सिंह तमांग, मुख्यमंत्री मणिपुर एस वीरेंद्र सिंह, मुख्यमंत्री गोवा प्रमोद सावंत, मुख्यमंत्री महाराष्ट्र एकनाथ संभाजी शिंदे, उपमुख्यमंत्री महाराष्ट्र देवेंद्र फडणवीस, उप मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश बृजेश पाठक, आरिफ मोहम्मद खान- महामहिम राज्यपाल केरल, गंगा प्रसाद राज्यपाल सिक्किम, कलराज मिश्र महामहिम राजस्थान, सत्यदेव नारायण आर्य महामहिम त्रिपुरा, मनोज सिन्हा महामहिम राज्यपाल जम्मू कश्मीर, यह सभी विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद रहेंगे.
अश्विनी चौबे ने कहा यहां धर्म संसद होने जा रहा
इस बारे में बक्सर सांसद सह केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने बताया कि भृगु ऋषि और बामन भगवान की यह धरती है. ये सिद्धाश्रम की भूमि रही है. सनातन काल में सनातन संस्कृति समागम रामराज की ओर से सात नवंबर से 15 नवंबर तक माता अहिल्या के स्थान पर होने जा रहा. यहां देश-विदेश के कलाकार, संत, महात्मा पधार रहे हैं. यहां धर्म संसद होने जा रहा है.