पटना: भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को बिहार विधानसभा चुनाव में उतार दिया है. बिहार चुनाव के मोर्चे पर फडणवीस को लगाने के पीछे उनकी नेतृत्व क्षमता, चुनावी रणनीति बनाने में कुशलता के साथ ही सुशांत सिंह राजपूत फैक्टर को भी अहम वजह माना जा रहा है. उन्हें राज्य का चुनाव प्रभारी बनाया गया है. इसके बाद वो बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बिहार के दौरे पर गए हैं.


बिहार पहुंचते ही देवेंद्र फडणवीस ने चुनावी बिगुल भी फूंक दिया है. फडणवीस ने कहा, ''केवल मोदी सरकार के साथ काम करने वाली सरकार ही बिहार को आगे ले जा सकती है. पश्चिम बंगाल सरकार की तरह विपरीत काम करने वाली सरकार नहीं. बंगाल में किसानों को पीएम किसान योजना का लाभ सिर्फ इसलिए नहीं मिल रहा है क्योंकि उनकी सीएम ने लिस्ट नहीं भेजी है.''


बड़ा दांव चलने की कोशिश में है बीजेपी


बता दें कि बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव और बिहार के प्रभारी भूपेंद्र यादव महाराष्ट्र चुनाव में भी प्रभारी रहे थे. उस वक्त देवेंद्र फडणवीस और उन्होंने मिलकर धारदार चुनावी रणनीति बनाई थी. यह अलग बात है कि गठबंधन से शिवसेना के अलग हो जाने के कारण महाराष्ट्र में सरकार नहीं बन सकी. लेकिन पार्टी का प्रदर्शन और स्ट्राइक रेट अपेक्षा के अनुरूप था. ऐसे में चुनावी रणनीति बनाने में कुशल माने जाने वाले दोनों नेताओं की जोड़ी के जरिए बीजेपी बिहार में सफलता हासिल करना चाहती है.


इसके अलावा जिस तरह से सुशांत सिंह राजपूत का मामला सुर्खियों में आया है, बिहार के लोग महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार से नाराज हैं और वे भावनात्मक रूप से इस पूरे मामले से जुड़े हैं. ऐसे में महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के राजनीतिक प्रतिद्वंदी देवेंद्र फडणवीस को बिहार चुनाव के मोर्चे पर लगाकर पार्टी बड़ा दांव चलने की कोशिश में है.


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