बिहारः भाषण दे रहे थे DGP- लड़कियां अपने मन से घर ना छोड़ें, इधर ‘चांद वाले मुखड़ा’ को ही ले आए ‘दारोगा जी’
बिहार के डीजीपी एसके सिंघल ने समस्तीपुर में नीतीश कुमार के 'समाज सुधार अभियान' में यह बयान दिया था. वहीं प्रशिक्षु दारोगा राहुल कुमार ने सिवान में अपनी प्रेमिका के साथ शादी की है.
पटनाः बिहार में प्रेम विवाह (Love Marriage) अब कोई नई बात नहीं है. अगर खबरों को देखें तो ऐसे मामले रोजाना सामने आते रहते हैं. कई बार मां-बाप शादी के लिए मान जाते हैं तो कई बार लड़कियां घर छोड़कर चली जाती हैं. ऐसे में बिहार के डीजीपी एसके सिंघल (SK Singhal) ने गुरुवार को समस्तीपुर में नीतीश कुमार के ‘समाज सुधार अभियान’ कार्यक्रम में एक बयान दे दिया कि लड़कियां अपने मन से घर न छोड़ें. इसके दुखद परिणाम आते हैं. एक तरफ डीजीपी समस्तीपुर में यह बयान दे रहे थे और दूसरी ओर सिवान में दारोगा जी ने अपनी प्रेमिका से मंदिर में शादी रचा ली.
दरअसल, प्रेम विवाह का मामला सिवान और गया से जुड़ा हुआ है. प्रशिक्षु दारोगा राहुल कुमार ने अपनी प्रेमिका के साथ सिवान के महराजगंज थाना परिसर में स्थित थानेश्वर मंदिर में गुरुवार को शादी की है. इस दौरान स्थानीय पत्रकार और पुलिसकर्मी बाराती-सराती दोनों के ही रूप में दिखे. शादी के बाद मौके पर मौजूद लोगों के बीच लड्डू बांटा गया. अब दारोगा की इस अनोखी शादी की सिवान समेत राज्य भर में चर्चा हो रही है.
यह भी पढ़ें- Bihar Weather Today: नए साल पर होगी कड़ाके की ठंड, आज से चलेगी पछुआ हवा, एक-दो स्थानों पर हो सकती है बूंदाबांदी
गया की रहने वाली है लड़की
सिवान के जीबी नगर थाना में पदस्थापित प्रशिक्षु दारोगा राहुल भारती का प्रेम प्रसंग बीते कई सालों से गया जिले के कोंच थाना की रहना वाली तब्बू कुमारी से चल रहा था. दारोगा राहुल भारती अपनी ड्यूटी के साथ-साथ अपनी प्रेमिका तब्बू कुमारी के साथ लगातार संपर्क में रहते थे. दोनों ने एक दूसरे से शादी रचाने की ठान ली थी. प्रेमिका ने अपने परिजनों से उसकी शादी कहीं और कराने की बात सुनी तो, वह अचानक घर छोड़कर सिवान चली आई.
क्या था डीजीपी का पूरा बयान?
डीजीपी एसके सिंघल ने समस्तीपुर में कहा था कि अभिभावकों को देखना होगा तभी आपके बेटे-बेटी सही रास्ते पर आगे बढ़ सकते हैं. हमने दिन-रात पढ़ाई की तभी जाकर यहां तक पहुंचे हैं. एसके सिंघल ने कहा कि एक और समस्या सामने आ रही है वो ये है कि कई बेटियां हैं जो शादी के लिए बिना मां-बाप की अनुमति के घर से निकल जाती हैं. इसके दुखद परिणाम निकलते हैं. कई की तो हत्या हो जाती है. कुछ बेटियां तो वेश्यावृति तक पहुंच जाती हैं. इसलिए हम सब का दायित्व है कि बेटा-बेटी से लगातार बात करें और अच्छी शिक्षा दें.
यह भी पढ़ें- Omicron Variant: बिहार में कैसे पहुंचा ओमिक्रोन? कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के बाद बढ़ सकते हैं और भी केस, बढ़ाई जा सकती है सख्ती