धनबादः जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की मौत को 18 दिन हो गए हैं, लेकिन अब तक सीबीआई के हाथ इस मामले में कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं. रविवार को स्वतंत्रता दिवस के दिन सीबीआई की स्पेशल सेल ने न्यायाधीश की मौत से संबंधित जानकारी देने वालों को पांच लाख के इनाम की घोषणा की है.
सीबीआई ने शहर के सभी चौक चौराहों पर पोस्टर लगाकर लोगों से अपील की है कि यदि कोई व्यक्ति न्यायाधीश के हत्यारों या उससे संबंधित कोई भी जानकारी रखता हो तो वह सीबीआई स्पेशल क्राइम ब्रांच वन नई दिल्ली कैंप सीएसआईआर सत्कार गेस्ट हाउस धनबाद में इसकी सूचना दे. या फिर सीबीआई के एसपी सह मामले के अनुसंधानकर्ता विजय कुमार शुक्ला को मोबाइल नंबर पर फोन कर इसकी जानकारी दें. कहा कि जानकारी देने वालों को सीबीआई पांच लाख का इनाम देगी.
28 जुलाई को सुबह 5 बजे हुई थी हत्या
बता दें कि 28 जुलाई को न्यायाधीश उत्तम आनंद घर से सुबह पांच बजे के करीब मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे. घर वापस नहीं आने पर पत्नी कीर्ति सिन्हा ने रजिस्ट्रार को फोन कर इसकी सूचना दी थी. इसके बाद रजिस्ट्रार ने मामले की सूचना धनबाद एसएसपी को दी थी. सूचना के बाद पुलिस महकमा न्यायाधीश को ढूंढने में लग गया था. थोड़ी देर बाद रणधीर वर्मा चौक के पास न्यायाधीश घायल मिले जहां से एसएनएमएमसीएच ले जाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. पहले इसे सामान्य सड़क हादसा माना गया था लेकिन सीसीटीवी फुटेज में एक ऑटो को जानबूझकर धक्का मारते दिखने पर सनसनी फैल गई. हाई कोर्ट ने मामले पर संज्ञान लिया तो तत्काल एसआईटी का गठन कर देर रात चालक लखन वर्मा और उसके साथ बैठे राहुल वर्मा को गिरफ्तार किया था.
18 दिन बाद भी नहीं मिला पुख्ता सबूत
इस मामले में हाईकोर्ट के संज्ञान लेते ही झारखंड सरकार ने सीबीआई जांच की अनुशंसा कर दी थी. इसके बाद चार अगस्त को सीबीआई ने जज हत्या मामले में एफआईआर दर्ज किया और सीबीआई स्पेशल सेल की 20 सदस्यीय टीम धनबाद पहुंची. लगातार सीबीआई की टीम मामले में जांच कर रही है. दो-दो बार दोनों आरोपियों को रिमांड पर भी लिया गया लेकिन अभी तक सीबीआई को कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं. लिहाजा अब सीबीआई ने मामले में विशेष जानकारी देने वाले को पांच लाख रुपये ईनाम देने की घोषणा की है.
(इनपुटः अमित कुमार सिन्हा)
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