Dhirendra Krishna Shastri: बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री उर्फ बागेश्वर बाबा (Bageshwar Baba) इन दिनों विवादों में हैं. जादू-टोना और भूत-प्रेत के साथ अंधविश्वास को बढ़ावा देने का आरोप लगा. इस बीच गुरुवार को एबीपी न्यूज़ ने उनसे एक्सक्लूसिव बातचीत की. बातचीत के दौरान बिहार के शिक्षा मंत्री (Bihar Education Minister) चंद्रशेखर (Chandrashekhar) के रामचरितमानस (Ramcharitmanas) वाले बयान पर भी उन्होंने कड़ी प्रतिक्रिया दी.
हम सनातन के कट्टर हैं: बागेश्वर बाबा
एबीपी न्यूज़ के सवाल पर बिहार के शिक्षा मंत्री हैं चंद्रशेखर. उन्होंने कहा है कि रामचरितमानस ग्रंथ नफरत फैला रहा है. इस पर जवाब देते हुए बागेश्वर बाबा ने कहा कि दूसरे धर्म को लेकर वे बोलते तो अभी तक बचते ही नहीं. हमारा किसी धर्म से विरोध नहीं है. आगे कहा- "हम सनातन के कट्टर हैं. किसी धर्म की पुस्तक को लेकर कह दें हम पवित्र मुंह से नाम नहीं लेंगे तो पता नहीं अभी तक उनका क्या हो गया रहता. जो रामचचरितमानस को जहर फैलाने, नफरत फैलाने का कह रहे हैं उनके डीएनए... हमारा मूड डिस्टर्ब हो जाता है. ऐसा उन्हें नहीं बोलना चाहिए. यह मुर्खता है."
शिक्षा मंत्री ने क्या दिया था बयान?
प्रोफेसर चंद्रशेखर ने यह कहा था कि रामचरितमानस ग्रंथ समाज में नफरत फैलाने वाला ग्रंथ है. यह समाज में पिछड़ों, महिलाओं और दलितों को शिक्षा हासिल करने से रोकता है. यह उन्हें बराबरी का हक देने से रोकता है. चंद्रशेखर ने दावा किया कि बाबा साहब आंबेडकर भी मनुस्मृति के खिलाफ थे. मनुस्मृति के बाद रामचरितमानस ने नफरत के इस दौर को आगे बढ़ाया.
बागेश्वर में है बाबा का आश्रम
बता दें कि धीरेंद्र शास्त्री का मध्य प्रदेश के बागेश्वर में आश्रम है. वहां बालाजी हनुमान का मंदिर है जिसके दर्शन के लिए देश भर से भक्त आते रहते हैं. काफी भीड़ लगती है. बागेश्वर सरकार की कथा का कार्यक्रम देश के अलग-अलग शहरों में होता है. विवादों में घिरने के बाद उनसे एबीपी न्यूज़ ने बात कर सच्चाई जाननी चाही.
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