VIDEO: 'ऐसी गदर मचाई', पटना से जाने के बाद भी बिहार को नहीं भूल पा रहे हैं धीरेंद्र शास्त्री, बिहारियों को लेकर कही मन की बात
Bageshwar Dham: धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बिहार में कुछ दिन पहले छाए हुए थे. वहीं, मध्यप्रदेश के जैसीनगर में उन्होंने पटना में आयोजित हनुमंत कथा को लेकर बड़ी बात कही.
पटना: बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) का बिहार (Bihar) दौरा बीते दिनों काफी सुर्खियों में रहा. पटना के नौबतपुर में 19 से 17 मई तक हनुमंत कथा के लिए घीरेंद्र शास्त्री पहुंचे हुए थे. इस दौरान लोगों की भारी भीड़ जुटी हुई थी. वहीं अब धीरेंद्र शास्त्री हनुमंत कथा के लिए मध्य प्रदेश के जैसीनगर पहुंचे हुए हैं. इस दौरान उन्होंने पटना में आयोजित कथा को याद करते हुए कहा कि पटना जाने से पहले भगवान हनुमान से प्रार्थना की. इसके बाद भगवान हनुमान ने वहां से ऐसी गदर मचाई. जहां देखों वहां भगवान हनुमान के ही भक्त दिख रहे थे. सभी जगह बागेश्वर भगवान हनुमान की भीड़ नजर आई.
बिहार के लोग भी बड़े धन्य हैं- धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि बागेश्वर भगवान हनुमान भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए ही दरबार लगवा रहे हैं. बिहार के लोग भी बड़े धन्य हैं. तरेत पाली मठ के महंत भी तारीफ करने के लायक हैं, उन्होंने अपने मठ में हनुमंत कथा का आयोजन करवाया. बिहार के लोग धन्य हैं. 25 किमी तक पांच दिन पड़े रहे, उसी स्थान पर रोटी भी बनाते थे और उस जगह ही सो जाते थे.
'अब पूरा भारत राम मय दिखाई पड़ रहा है'
वहीं, आगे मंच से धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि एक व्यक्ति से पूछा कि घर क्यों नहीं जाते हैं? इस पर उस व्यक्ति ने कहा कि हनुमंत कथा का लाभ लेने के लिए घर नहीं जाते हैं. इस पर मैंने कहा कि कथा स्थान पर क्यों नहीं पहुंचते हैं तो वह बोला वहां भीड़ बहुत होती है प्रवेश नहीं मिल पाता है तो इस जगह से ही आनंद ले लेते हैं. वहां की क्या ही महिमा है. अब पूरा भारत राम मय दिखाई पड़ रहा है.
लोगों की जुटी थी भारी भीड़
बता दें कि 13 से 17 मई तक नौबतपुर के तरेत पाली में हनुमंत कथा का आयोजन हुआ था. बाबा बागेश्वर के इस कार्यक्रम से पहले कहीं विरोध हो रहा था तो कहीं उन्हें समर्थन मिल रहा था. राजनीति और बयानबाजी बिहार में जमकर हुई लेकिन कार्यक्रम में उम्मीद से ज्यादा भीड़ हुई थी. लोग पंडाल के बाहर तक खड़ा होकर बाबा को सुनते दिखे थे.