पटनाः राजधानी पटना के कंकड़बाग के रहने वाले अभिनेता ध्रुव वर्मा अपनी आने वाली फिल्म 'द गुड महाराजा' को लेकर चर्चा में हैं. दर्शकों के बीच क्रिसमस से पहले 17 दिसंबर उनकी यह फिल्म रिलीज होगी. इस फिल्म के लिए ध्रुव को 12 करोड़ रुपये दिए गए हैं. इससे पहले उन्होंने 'नो मीन्स नो' फिल्म बनाई थी. यह फिल्म इसी साल मार्च में रिलीज होने वाली थी लेकिन कोरोना को देखते हुए इस टाल दिया गया. अब यह फिल्म नवंबर में रिलीज होगा.


फिल्म के निर्देशक विकाश वर्मा ने एबीपी न्यूज से बात कर फिल्म के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि फिल्म द्वितीय विश्व युद्ध पर आधारित है. नवानगर के शेर-दिल भारतीय महाराजा (अब गुजरात में जामनगर के नाम से मशहूर) दिग्विजय सिंह जी रणजीत सिंह जी जडेजा (उपनाम जाम साहब) युद्ध के समय लगभग 1000 पोलिश बच्चों के लिए एक पिता की तरह थे और उन्हें आश्रय दिया था. उनके बारे में सच्ची कहानी पर आधारित यह दूसरा इंडो-पोलिश सह-प्रोडक्शन प्रयास है.


उन्होंने कहा कि अभिनेता ध्रुव ने अपनी फीस का एक बड़ा हिस्सा कोविड-19 के इलाज केंद्रों और वृद्धाश्रमों को बेहतर बनाने के लिए दान करने का संकल्प लिया है. यह पैसे बिहार में ही खर्च किए जाएंगे. वहीं, ध्रुव ने कहा कि देशवासियों का स्वास्थ्य पैसे से अधिक महत्वपूर्ण है. उन्होंने निर्माता और निर्देशक का आभार जताया. कहा कि इन लोगों ने विश्वास दोहराया है. यह भूमिका मेरी पहली फिल्म से अलग है. तैयारी के लिए उन्होंने स्क्रिप्ट को कई बार पढ़ा. बता दें कि ध्रुव ने मुंबई में स्ट्रीट प्ले भी किया है. इसके साथ ही उन्हें एक्टिंग का शौक था जिसके बाद आज वे अब बड़े पर्दे पर दिखने के लिए तैयार हैं.


ध्रुव ने उन्होंने बताया कि उन्हें इस चरित्र के ग्राफ का पता है और निर्देशक के दृष्टिकोण के अनुसार खुद को ढालना होगा. मैं अपने प्रशिक्षक-गुरु हॉलीवुड के प्रसिद्ध स्टार स्टीवन सीगल के मार्गदर्शन में द्वितीय विश्व युद्ध में इस्तेमाल की जाने वाली बंदूकों के साथ रूस में और ज्यादा प्रशिक्षण लेना शुरू करूंगा.  


400 करोड़ रुपये के बजट की है 'द गुड महाराजा'


यह फिल्म 400 करोड़ की होगी. इसकी शूटिंग लंदन, रूस, पोलैंड और भारत के गुजरात में हुई है. फिल्म लगभग पूरी हो चुकी है. ध्रुव में बिहारी बोल्डनेस की वजह से उन्हें इस नई फिल्म में ऐसे रशियन सोल्डर का रोल मिला है, जिसकी मां हिन्दुस्तानी और पिता रशियन हैं. उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि महाराजा दिग्विजय साहब के परिवार को कोई आपत्ति नहीं होगी. प्रसिद्ध पोलिश फिल्म निर्देशक और 'द पियानिस्ट' के लिए ऑस्कर विजेता रोमन पोलांस्की को मार्गदर्शन करने के लिए संपर्क किया जाएगा. वर्मा ने बताया कि वे अब 87 साल के हैं और होलोकॉस्ट के साक्षी के रूप में उनके अनुभव का फायदा फिल्म को मिलेगा.


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