'कोठे पर जाकर...', BJP का प्रशांत किशोर पर निशाना! दिलीप जायसवाल ये क्या बोल गए?
Bihar Politics: बीजेपी नेता दिलीप जायसवाल मीडिया से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि जो बोल रहे हैं कि शराब शुरू कर देंगे उनका शराब माफिया से क्या कनेक्शन है? इसकी जांच होनी चाहिए.
Dilip Jaiswal: बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने जन सुराज (Jan Suraaj) के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) पर बिना नाम लिए हमला बोला है. शुक्रवार (18 अक्टूबर) को पत्रकारों से बात करते हुए दिलीप जायसवाल ने विवादित बयान दे दिया. कहा कि जो राजस्व की बात करते हैं, पैसा कमाने की बात करते हैं, कोठे पर जाकर भी बहुत लोग कमाई कर सकते हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या हम समाज के संस्कार को बिगाड़ कर कमाई की बात सोचें? क्या हम आने वाले भविष्य की जिंदगी बर्बाद करके बिहार के विकास की बात सोचें? ऐसा सोचने वाले और बोलने वाले लोगों का नैतिक पतन हो गया है.
दिलीप जायसवाल ने कहा, "कितना आराम से बोल देते हैं कि शराब से कमाई करके हम बिहार का विकास करेंगे. कभी ये नहीं बोलते हैं यहां उद्योग लाकर बिहार का विकास करेंगे. बिहार के अंदर जितने पर्यटन स्थल हैं उसका विकास करके विकास करेंगे. सरकार कर रही है, लेकिन इन सब बातों की चर्चा नहीं हो रही है. हमारे अंदर जो अच्छाई है अगर उसी को विकसित कर दें तो बिहार बहुत आगे बढ़ेगा और बढ़ रहा है."
'जो बोल रहे शराब शुरू कर देंगे उनका माफिया से क्या कनेक्शन?'
बिना किसी का नाम लिए बीजेपी नेता ने कहा कि जो-जो नेता बोल रहे हैं कि शराब शुरू करा देंगे जनता समझ रही है कि वो शराब माफिया से कहीं कहीं न प्रभाव में हैं. इस बात की जांच होनी चाहिए कि जो बोल रहे हैं कि शराब शुरू कर देंगे उनका शराब माफिया से क्या कनेक्शन है. अब इसकी जांच होनी चाहिए. सरकार से अनुरोध करूंगा कि इसकी जांच कराई जाए.
VIDEO | “Till the time liquor was sold in Bihar, a lot of crimes were reported especially against women. People died by consuming poisonous liquor. Those who think about revenue and earning money... can also do it by visiting red light areas,” says Bihar BJP president Dilip… pic.twitter.com/FiIyph759Q
— Press Trust of India (@PTI_News) October 18, 2024
जहरीली शराब से सीवान और छपरा में हुई मौतों पर कहा, "जब शराबबंदी नहीं थी तब कितनी मौत हो रही थी? उसकी जानकारी मीडिया और विपक्ष को भी निकालनी होगी. 10 गुणा कमी हुई है. जब शराबबंदी नहीं थी तो यह आम बात थी. आज साल में एक-आध घटना हो रही है. इसमें भी कहीं न कहीं विपक्ष के लोग हैं. मैं तो कहता हूं कि इसकी जांच हो कि शराब माफिया के पीछे कौन हैं जो उनका मनोबल बढ़ाने का काम कर रहे हैं."
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