Diwali 2022: अब तेल का झंझट खत्म! भागलपुर के बाजारों में बिक रहा पानी से जलने वाला दीया, जानिए इसकी खासियत
Bhagalpur News: इस दिवाली बाजार में तरह तरह के दीए मिल रहे. खास कर पानी से जलने वाला दीया लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा.
भागलपुर: बिहार के भागलपुर में पानी से जलने वाला दीया सभी ग्राहकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें न तो आपको स्टील भरने की जरूरत है और न ही बाती लगाने की आवश्यकता है. दिवाली के मौके पर मार्केट में इस बार ऐसे दीए आए हैं जिसके लिए महंगे तेल और घी की जरूरत बिल्कुल भी नहीं होगी. इसकी रेट भी बहुत कम है. ये दीए काफी खूबसूरत हैं और इस दिवाली आपके घरों को जगमगा देंगे.
खास हैं ये दिए
ये दीए तेल और घी से नहीं बल्कि पानी से जलाए जाते हैं. इस दीपक की खासियत है कि इनको बैटरी से जोड़ा गया है. दीयों में पानी डालते ही यह रोशनी करने लगती है. पूरे शहर में यह दीया चर्चा का विषय बना हुआ है. लोग जमकर इसकी खरीदारी भी करते दिख रहे. भागलपुर में दिवाली से पहले ही बाजारों में लोगों की खूब चहल पहल देखने को मिल रही. अभी से ही लोग दिवाली की शॉपिंग में लग गए हैं. इसको लेकर मार्केट भी पूरा सज चुका है.
जितना ज्यादा पानी उतनी ज्यादा लॉ
इस बार पानी से जलने वाला दीप आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. दुकानदारों के पास अब इसका स्टॉक भी खत्म होने को है. इस दीप में पानी की मात्रा जितनी ज्यादा हो उतनी ही रोशनी तेज हो जाती है. वहीं पानी के निकलते ही लाइट दीप अपने आप बंद हो जाता. इस बीच की खास बात यह है कि इस साल आए इस यूनिक प्रोडक्ट को इंडिया में ही बनाया गया है. एलईडी बल्ब होने की वजह से यह दिए हवा से भी नहीं बुझते. दीपक जलाने के लिए न तो केरोसिन और न ही सरसों तेल या घी की जरूरत पड़ती है.
दुकानदारों ने बताया कैसे मिल रहे ये दीप
दुकानदारों का कहना है कि ये दीपक पानी से जलता है. साथी दुकानदार ने बताया कि इस दीप में पानी डालिए और यह जलने लगता है. इसे बुझाने के लिए पानी निकालने के बाद यह दीपक बुझ जाता है. इसकी कीमत को लेकर दुकानदारों का कहना है कि यह 50 से 60 रुपये पीस बिक रहा. वहीं पूरा पैकेट लेने पर 500 रुपये के पैकेट आते हैं. इसमें 10 पीस दीए रहते. दुकानदार ने यह भी बताया कि इस दीपक का डिमांड इस बार सबसे ज्यादा रहा.
पानी से दीपक जलने का क्या है राज?
पानी से दीप जलने का राज जानने के लिए एक दीप के निचले हिस्से को खोला गया तो पाया गया कि दीपक के निचले भाग में बैटरी लगी हुई है. दीपक के निचले भाग में ही सारे वायरिंग किए हैं. दीपक के ऊपरी हिस्से में आप देखेंगे दो पेंच निकले हैं. दोनों को एक दूसरे से थोड़ी दूरी पर निकाल कर रखा गया है. दीपक में पानी डालते ही दोनों पेंच का स्पर्श होता. इसके बाद दीपक जलने लगता. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा दिए गए लोकल फॉर वोकल मिशन के मंत्र को ध्यान में रखते हुए युवाओं ने पानी वाला दीया तैयार किया है. इसकी पूरे देश में काफी प्रशंसा हो रही. डिमांड भी काफी हैं.