सुपौल: पारिवारिक विवाद में शुक्रवार (28 अप्रैल) की सुबह सुपौल के त्रिवेणीगंज के चर्चित चिकित्सक डॉक्टर अनुराग आर्यन (Dr. Anurag Thakur) ने आत्महत्या कर ली. अनुराग आर्यन त्रिवेणीगंज बाजार स्थित किराए के एक मकान में रहते थे. यहीं कमरे में फंदे से लटकी हुई लाश मिली. शुक्रवार की सुबह घटना के बारे में पता चलने के बाद लोगों ने इसकी सूचना त्रिवेणीगंज थाने की पुलिस को दी. त्रिवेणीगंज थानाध्यक्ष संदीप कुमार सिंह पहुंचे. मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में घर का ताला तोड़ा गया.
घर के अंदर जब पुलिस घुसी तो देखा कि डॉ. अनुराग आर्यन फंदे से लटके हुए हैं. उनकी मौत हो गई थी. डॉ. अनुराग आर्यन के परिजन ने बताया कि कुछ दिनों से पत्नी से विवाद चल रहा था. साथ ही मुकदमा भी चल रहा था. घटना के संबंध में त्रिवेणीगंज थानाध्यक्ष संदीप कुमार सिंह ने बताया कि सूचना पर वो यहां पहुंचे तो कमरे का दरवाजा लगा हुआ था. इसके बाद मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में दरवाजा तोड़ा गया तो देखा कि फांसी लगाकर चिकित्सक ने जान दी है.
अभी स्पष्ट रूप से कुछ नहीं बता पा रहे परिजन
सुसाइड वाले कमरे से पुलिस को मोबाइल और एक सुसाइड नोट मिला है. शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. वहीं दूसरी ओर अभी स्पष्ट रूप से परिजन भी कुछ नहीं बता पा रहे हैं. सुसाइड नोट से ऐसा लग रहा है कि डॉक्टर अनुराग आर्यन मानसिक रूप से तनाव में थे. सुसाइड करने से चंद घंटे पहले फेसबुक पर डॉक्टर ने लिखा था "अलविदा".
सुसाइड नोट में क्या लिखा था?
पुलिस को मौके से जो सुसाइड नोट मिला है उसकी जांच की जाएगी. जो सुसाइड नोट मिला है उसमें लिखा गया है कि- "मैंने तुमसे वफा की उम्मीद की थी, बदले में तुमने मुझे झूठे दहेज एवं अपने ही बच्चे का हत्यारा घोषित कर दिया. जा फिर तुझे मैंने माफ कर दिया". सुसाइड नोट में आगे और भी कई बातों का जिक्र किया गया है. फिलहाल पुलिस मामले में हर एंगल से जांच में जुटी है.
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