सुपौल: डॉ.अनुराग आर्यन आत्महत्या मामले में नया मोड़ आया है. पहली पत्नी पर प्रेमी के साथ मिलकर डॉ. आर्यन को आत्महत्या करने को मजबूर करने का आरोप लगा है. मामले में मृतक डॉ.आर्यन की मां की शिकायत पर पहली पत्नी सहित तीन पर केस दर्ज किया गया है. सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 5 स्थित जेनरल हाई स्कूल के समीप बीते गुरुवार की रात किराये की मकान में दंत चिकित्सक डॉ.अनुराग आर्यन द्वारा आत्महत्या करने का मामले सामने आया था.


मृतक द्वारा सुसाइड नोट लिखने के बाद फंदा लगाकर आत्महत्या करने के मामले में नया मोड़ आ गया है. मृतक डॉ.आर्यन की मां नीलम कुमारी ने स्थानीय थाना में आवेदन देकर मृतक चिकित्सक की पत्नी पूनम प्रकाश सहित तीन लोगों के विरुद्ध केस दर्ज कराया है. दर्ज केस में उन्होंने बताया कि मेरा पुत्र डॉ अनुराग आर्यन त्रिवेणीगंज हाईस्कूल के समीप अपना किराए के मकान में क्लिनिक चलाता था तथा वहीं पास में ही किराए के एक मकान में रहता था.


बीते 27 अप्रैल गुरुवार की रात्रि में मेरे बेटे डॉ अनुराग आर्यन ने अपने कमरे में फांसी लगा ली. जिसकी जानकारी मुझे 28 अप्रैल 2023 की सुबह में हुई. हमलोग वहां गए तो पुलिस अधिकारी को सूचना दी गई तब पदाधिकारी के आने के बाद कमरा खोला गया. जिसमें एक सुसाइड नोट मिला. उन्होंने कहा कि मेरे पुत्र द्वारा आत्महत्या किए जाने की वजह पत्नी पूनम प्रकाश है यह उसके लिखे गए सुसाइड नोट से पता चला.


उन्होंने पुलिस को बताया कि मेरे पुत्र की शादी पूनम प्रकाश से वर्ष 2014 में हुई थी. उन्होंने आरोप लगाया कि 38 वर्षीय पूनम प्रकाश, अनुपम गोईत साकिन श्रीपुर थाना प्रतापगंज, सत्य प्रकाश अकिंचन उर्फ पप्पू साकिन गंगसैर भवानीपुर थाना प्रतापगंज जिला सुपौल ने मिलकर मेरे पुत्र को इतना प्रताड़ित किया कि मेरे पुत्र ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. उन्होंने आरोप लगाया कि पूनम प्रकाश का नाजायज संबंध अनुपम गोईत के साथ था और अनुपम गोईत दस -पंद्रह अज्ञात अपराधकर्मी से मिलकर बार-बार मेरे पुत्र के क्लीनिक पर आकर धमकी देता था.


बार-बार रंगदारी के रूप में दस लाख रुपये की मांग करता था. उक्त लोगों द्वारा प्रताड़ित करने के संबंध में पूर्व में भी सनहा आवेदन दाखिल किया गया था. डॉ अनुराग आर्यन मेरा इकलौता पुत्र था और मेरे परिवार का कर्ताधर्ता था.


उनकी पत्नी पूनम प्रकाश,अनुपम गोईत,सत्य प्रकाश अकिंचन उर्फ पप्पू ने एक झूठा केस दहेज उत्पीड़न एवं भ्रूण हत्या जैसे संगीन अपराधिक मुकदमा दर्ज कराया था. जिस कारण मेरा पुत्र मानसिक तनाव और डिप्रेशन में रहता था.लोक-लाज के डर से झूठा केस को सहन नहीं कर पाया और उसने आत्महत्या कर ली. वहीं मामले को लेकर त्रिवेणीगंज थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष सत्यनारायण राय ने बताया कि मृतक के मां के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है.


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