पटनाः राजधानी पटना के अगमकुआं थाना क्षेत्र में शनिवार की देर रात पुलिस की गुंडागर्दी देखने को मिली. एक तरफ जहां नीतीश सरकार ने पुलिस को शराबबंदी का सख्ती से पालन कराने की जिम्मेदारी दी है तो दूसरी ओर यही पुलिस वाले लोगों के बीच शराब पीकर पहुंच रहे हैं. इतना ही नहीं बल्कि आवाज उठाने पर युवकों और महिलाओं की पिटाई भी कर दे रहे हैं. इधर, घटना के बाद पुरानी बाईपास के लोगों ने जमकर बवाल काटा और सड़क पर आगजनी की.


क्या है पूरा मामला?


अगमकुआं थाना क्षेत्र स्थित भूतनाथ इलाके की रहने वाली एक किशोरी रोते हुए भूतनाथ मोड़ के पास पहुंची. यहां लोगों ने जब बच्ची से पूछताछ की तो उसने कहा कि वो किराए में रहती थी. मां-बाप के गुजर जाने के बाद मकान मालिक ने घर खाली करने के नाम पर उसे बाहर कर दिया. इसके कारण वह इधर-उधर भटकती हुई यहां आ पहुंची.


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गुंडागर्दी पर उतारू हो गई पटना की पुलिस


बच्ची की बात सुनने के बाद लोगों ने इसकी सूचना अगमकुआं थाने को दी जहां थाने की पुलिस तो पहुंची लेकिन वो शराब के नशे में थी. बच्ची को ले जाने लगे तो स्थानीय लोगों ने विरोध किया. उनका कहना था कि पुलिस शराब के नशे में थी और उसके साथ महिला पुलिस भी नहीं थी. इसलिए बच्ची को पुलिस के हवाले नहीं किया. लोगों ने महिला पुलिस को बुलाने की मांग की. इस पर पुलिस भड़क गई और गुंडागर्दी पर उतारू हो गई.


स्थानीय लोग शराबी पुलिस का वीडियो बना रहे थे तो पुलिस ने पहले मोबाइल छीन लिया और बिना लड़की को लिए हुए थाने चली गई. कुछ देर बाद चार से पांच गाड़ी पुलिस पहुंची और लोगों पर लाठी बरसाने लगी. इसमें वृद्ध महिला समेत कई लोग घायल हो गए. साथ ही पुलिस ने कई लोगों को पकड़ कर अपने साथ लेकर चली गई. इससे लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और लोग हंगामे पर उतर आए. लोगों का कहना था कि जब तक पुलिस बेकसूर गिरफ्तार लोगों को नहीं छोड़ेगी तब तक हंगामा करते रहेंगे. हालांकि देर रात तक पुलिस ने गिरफ्तार किए गए लोगों को नहीं छोड़ी और ना ही पीड़ित युवती को थाने लेकर गई.


इस मामले में अगमकुआं थानाध्यक्ष अभिजीत कुमार ने शराब की बात को पूरी तरह से खारिज कर दिया. कहा कि लोगों ने एक बच्ची के मिलने की सूचना दी थी जिसके बाद पुलिस पहुंची थी. लोगों ने महिला पुलिस को बुलाने की मांग की थी. इतने में ही कुछ लोगों ने हमला भी कर दिया. पथराव से मामला गंभीर हो रहा था इसलिए पुलिस पीछे हटी थी. तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है. आगे वरीय पदाधिकारियों के आदेश के बाद जैसा होगा वो किया जाएगा. अभी तीनों को थाने में रखा गया है.


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