Durga Puja 2022: दुर्गा पूजा में इस बार जरूर जाएं पटना के डाकबंगला चौराहा, यहां दिखेगा इंडोनेशिया का प्रम्बनन मंदिर
Patna Puja Pandal: अभी तक पटना में स्टोन का पंडाल नहीं बना था. पंडाल की ऊंचाई 90 फीट और चौड़ाई 55 फीट है. ये पंडाल काफी आकर्षित करने वाला है.
पटनाः दुर्गा पूजा में इस बार घूमने की तैयारी कर रहे हैं तो पटना के डाकबंगला चौराहा जरूर जाएं. यहां इंडोनेशिया के प्रम्बनन मंदिर (Prambanan Temple) के तर्ज पर पंडाल का निर्माण हो रहा है. पंडाल की ऊंचाई 90 फीट और चौड़ाई 55 फीट है. पूरे पंडाल को स्टोन, शीशा और शिप से बनाया जा रहा है. यहां के पूजा समिति की मानें तो अभी तक पटना में स्टोन का पंडाल नहीं बना था. इस बार लोगों को ये पंडाल काफी आकर्षित करने वाला है.
पंडाल को बनाने के लिए पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर से कारीगर बुलाए गए हैं. चार महीना से पंडाल बनाने का काम चल रहा है. 25 से 28 सितंबर तक पंडाल का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. कुल 18 लोग मिलकर इस पंडाल को बना रहे हैं. डाक बंगला चौराहा दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष संजीव कुमार टोनी ने बताया कि हर साल हम लोग अलग करते हैं. इस बार भी डाक बंगला चौराहा का पंडाल काफी आकर्षक और सबसे अलग होगा.
लाइटिंग से दिखेगा दुबई का बुर्ज खलीफा
पंडाल के आसपास लगभग 500 मीटर तक लाइटिंग से सजावट की जाएगी. सजावट का काम कोलकाता के चंदन नगर के कारीगर कर रहे हैं. लाइटिंग से दुबई का बुर्ज खलीफा भी दिखेगा. बताया गया कि मूर्ति और पूजा पंडाल बनाने वाले कारीगर काफी पुराने हैं. यहां की मूर्ति चार जगह की नदियों के पानी से बनाई जाती है. गंगा नदी (पटना), गंगा नदी (वाराणसी), हुगली नदी (कोलकाता) और गंगा नदी (हरिद्वार ऋषिकेश).
इस बार यहां 17 फीट की लंबी मूर्ति बनाई जा रही है. पंडाल बनाने का खर्च लगभग 20 लाख रुपया है. कारीगर को 18 लाख रुपये दिए गए हैं. इसके अलावा लगभग दो लाख अतिरिक्त खर्च होते हैं. लाइटिंग सजावट में सात लाख खर्च किए जा रहे हैं. वहीं मूर्ति की बात करें तो इसे तैयार करने में साढ़े चार से पांच लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं.
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