Bihar Politics: आप सबकी आवाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह (RCP Singh) ने कहलगांव विधानसभा इलाके के गोराडीह इलाके में कहा कि पहले बिहार में 'जंगलराज' था और अब 'एफआईआर' राज है. बीते रविवार (09 मार्च, 2025) को पार्टी की ओर से आयोजित होली मिलन समारोह में शामिल होने के लिए वे पहुंचे थे.
आरसीपी सिंह ने पत्रकारों से कहा कि बिहार का 2025-2026 का बजट 3 लाख 17 हजार करोड़ रुपये पहुंच तो गया, लेकिन बढ़ती आबादी के साथ विकास का जो पैमाना बिहार में दिखना चाहिए, वह मौजूदा नीतीश सरकार में नहीं दिख रहा है. आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी किसी भी दल के साथ मिलकर चुनाव लड़ सकती है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने साफ कहा कि लोकतंत्र में कानून का भय होना चाहिए. एफआईआर उसी स्थिति में होनी चाहिए जब कोई बहुत बड़ा गंभीर अपराध हुआ हो. बिहार में फिलहाल सरकारी कर्मचारी, मुखिया हैं, उनके काम से शर्मिंदगी होती है, एफआईआर करा दी जाती है. लोकतंत्र कानून का शासन होता है, खौफ का नहीं. ये एफआईआर कर लोगों को डराते हैं. दावा किया कि जितनी इस तरह की एफआईआर होती हैं, उसकी समीक्षा कर लीजिए, ऐसी एफआईआर की जांच पूरी नहीं होती. उस समय आरोपी जेल चला जाता है, उसके बाद काम खत्म.
'...तो बिहार में भी तो प्रति व्यक्ति आय बढ़नी चाहिए'
आरसीपी सिंह ने आगे कहा कि बिहार में प्रति व्यक्ति आय जो सरकार बताती है, वह 60 हजार रुपये है, जबकि देश में प्रति व्यक्ति आय दो लाख रुपये है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि 2047 तक देश को विकसित बनाना है, तो बिहार में भी तो प्रति व्यक्ति आय बढ़नी चाहिए.
नीतीश कुमार के करीबी रहे आरसीपी सिंह ने उन पर तंज कसते हुए कहा कि यह 2005 में भी मुख्यमंत्री थे, आज उनका शरीर ही उनके नियंत्रण में नहीं है तो शासन और प्रशासन पर क्या नियंत्रण रहेगा? हमने तो उनके साथ काम किया है.
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