खबर का असर: मुजफ्फरपुर से आए दोनों मरीजों को देर रात IGIMS में मिला बेड, परिजनों ने कही ये बात
खबर चलने के बाद अस्पताल प्रशासन हरकत में आई और देर रात तक गार्ड से दोनों मरीजों को ढूंढ़वा कर अस्पताल में एडमिट किया और बेड दिया. बेड मिलने के बाद मरीज के परिजनों ने खुशी जाहिर की.
पटना: प्रदेश के मुजफ्फरपुर जिले के एसकेएमसीएच से रेफर होकर पटना के आईजीआईएमएस आए दोनों मरीजों को बेड मिल गया है. शुक्रवार को दिन में जिन्हें गार्डों ने दुत्कार कर भगा दिया था, उन्हें देर रात ढूढ़ कर बेड मुहैया कराया गया है. दरअसल, बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था की लचर स्थिति को दिखाते हुए एबीपी न्यूज ने शुक्रवार को पटना के आईजीआईएमएस में मरीजों की अनदेखी करने की खबर चलाई थी. इसके बाद अस्पताल प्रशासन हरकत में आई और मरीजों को बेहतर सुविधा दी गई.
एसकेएमसीएच से किया गया था रेफर
बता दें कि बीते महीने मुजफ्फरपुर के आंख अस्पताल में मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने के बाद कई लोगों की आंखें खराब हो गईं थीं. इन्हीं में दो मरीजों को मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में थे, जिन्हें पटना रेफर किया गया था. वे एंबुलेंस से आईजीआईएमएस तो आ गए थे, लेकिन यहां उन्हें बेड तक नहीं मिला था. इतना ही नहीं जब वे बाहर बैठे तो गार्ड ने उन्हें भगा दिया था.
एबीपी बिहार के दो शानदार रिपोर्टर - मुजफ्फरपुर से ‘अंखफोड़वा कांड’ का अभिषेक (@abpnews98337317) ने सबसे पहले खुलासा किया तो पटना में भटक रहे दो पीड़ितों का परमानंद (@parmana69655349) ने दर्द दिखाया. यह देख बिहार सरकार की नींद उड़ गई और तुरंत पीड़ितों को IGIMS में भर्ती करवाया. pic.twitter.com/ZoQzOixter
— Prakash Kumar (@kumarprakash4u) December 4, 2021
इस खबर को एबीपी ने प्रमुखता से चलाई, जिसके बाद मसले का समाधान हो गया. इस घटना में सबसे बड़ी यह रही थी कि यब सब तब होता रहा जब आईजीआईएमएस में सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय बैठक कर रहे थे.
परिजनों ने कहा धन्यवाद
हालांकि, खबर चलने के बाद अस्पताल प्रशासन हरकत में आई और देर रात तक गार्ड से दोनों मरीजों को ढूंढ़वा कर अस्पताल में एडमिट किया और बेड दिया. बेड मिलने के बाद मरीज के परिजनों ने खुशी जाहिर करते हुए एबीपी न्यूज को सूचना दी. मरीज गीता देवी के बेटे देवानन्द ने कहा कि आप मदद नहीं करते तो हम मरीज को लेकर सड़क पर भटकते रहते. अब बेड मिल गया है तो सब ठीक हो जाएगा.
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