शर्मनाक: मां की मौत के बाद अस्पताल की ओर से नहीं मिला एम्बुलेंस, मजबूरन ई-रिक्शा पर शव ले गया बेटा
घण्टों इंतजार के बाद जब एम्बुलेंस नहीं मिला तो मृतिका के बेटे ने अपनी मां के शव को गोद में उठाया और जा कर ई-रिक्शा पर बैठ गया. फिर सभी परिजन भी ई-रिक्शा पर बैठे और शव लेकर चले गए.
मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में मंगलवार को मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. घटना जिले सदर अस्पताल की है, जहां मंगलवार को इलाज कराने आयी एक वृद्ध महिला की मौत गयी. मौत के बाद मृतिका के बेटे और परिजनों शव को घर ले जाने के लिए एम्बुलेंस की मांग की. लेकिन सदर अस्पताल प्रबंधन ने उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया.
एम्बुलेंस के लिए घंटों किया इंतजार
ऐसे में घण्टों इंतजार के बाद जब एम्बुलेंस नहीं मिला तो मृतिका के बेटे ने अपनी मां के शव को गोद में उठाया और जा कर ई-रिक्शा पर बैठ गया. फिर सभी परिजन भी ई-रिक्शा पर बैठे और शव लेकर चले गए. अब इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. दरअसल, जिले के काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के सादतपुर नीम चौक स्थित एक मोहल्ले निवासी राजो देवी की तबीयत बिगड़ गयी थी.
तबीयत बिगड़ने के बाद ले गए थे अस्पताल
वृद्ध महिला के तबीयत खराब होने पर उसके परिजन उसे सदर अस्पताल लेकर आए. मगर अस्पताल पहुंचते-पहुंचते ही महिला ने दम तोड़ दिया. वहीं, सदर अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने भी उसे मृत घोषित कर दिया. ऐसे में परिजनों ने शव को घर ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधन से एम्बुलेंस मुहैया कराने की गुहार लगाई. लेकिन लाख मिन्नतों के बाद भी सदर अस्पताल के कर्मियों पर कोई असर नहीं हुआ, लिहाजा परिजन शव को रिक्शा पर लेकर लौट गए.
इधर, जब इस संबंध में सिविल सर्जन हरेंद्र आलोक ने कहा कि मामले की जांच करवा कर दोषी कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने जांच का आश्वासन दिया और फिर निकल गए.
यह भी पढ़ें -
बिहार के इन जिलों में कोरोना फिर से पसार रहा पांव, विभाग ने 'होम टू होम' जांच करने का दिया आदेश CM नीतीश ने तेजस्वी के आरोपों पर किया पलटवार, कहा- बोलने वाले बोलते रहें, काम होता रहेगा