जहानाबाद: बिहार के जहानाबाद में मेडिकल सर्टिफिकेट (Medical Certificate) के नाम पर छात्रों से पैसे वसूले जा रहे हैं. मामला जहानाबाद के सदर अस्पताल  (Jehanabad Sadar Hospital) का है. इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन के लिए छात्र मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने पहुंचे थे जहां उनसे पैसे मांगे गए. शनिवार को छात्रों ने यहां कार्यरत डॉ. एके नंदा और उनके ड्राइवर पर मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने के नाम पर इस वसूली का आरोप लगाया. छात्रों का कहना है था कि मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने के नाम पर 300 रुपये मांगे गए हैं.


दरअसल, इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन के लिए छात्रों को अन्य दस्तावेजों के साथ मेडिकल सर्टिफिकेट भी जमा कराना है. इसी मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने के लिए अभ्यर्थी सदर हॉस्पिटल का चक्कर लगा रहे हैं. इधर, उनकी इस मजबूरी का फायदा सदर हॉस्पिटल के एक डॉक्टर उनके ड्राइवर उठाने लगे.


छात्रों की मानें तो सदर अस्पताल के डॉक्टर एके नंदा ने सर्टिफिकेट बनाने के लिए 300 रुपये तय किए थे. छात्र मो. दानिश और श्याम कुमार ने डॉक्टर के साथ उनके ड्राइवर लव कुमार पर आरोप लगया है. छात्रों ने कहा कि उनसे कहा जाता है कि अगर तुरंत प्रमाण पत्र चाहिए तो उसके लिए 300 रुपये देने होंगे. डॉ. कहते हैं कि पैसे नहीं देंगे तो वो कैंपस का ही चक्कर लगाते रहेंगे लेकिन सर्टिफिकेट नहीं मिलेगा.


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विवादित रहे हैं आरोपों से घिरे ये डॉक्टर
 
इधर, इस मामले में डॉ. एके नंदा के ड्राइवर लव कुमार से पूछताछ हुई तो उन्होंने आरोपों को स्वीकार कर लिया. कहा कि वह तो मिठाई खाने के नाम पर पैसे मांगते हैं. ड्यूटी पर मौजूद डॉ. एके नंदा से पूछे जाने पर उन्होंने इस बात को गलत बताया. बता दें कि डॉ. एके नंदा अपनी कारगुजारियों की वजह से चर्चा में रहे हैं. ये पहले भी सदर अस्पताल में अपने ड्राइवर से इंजेक्शन दिलाने और कोरोना काल में अस्पताल से बाहर महंगे इंजेक्शन ले जाने को लेकर आरोपों से घिरे रहे हैं. तत्कालीन डीएम ने कार्रवाई की अनुशंसा भी की थी लेकिन नतीजा कुछ नहीं आया.


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