Bihar Police Constable Exam Paper Leak: एक तरफ जहां नीट पेपर लीक (NEET Paper Leak) का मामला केंद्र सरकार के साथ-साथ केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई के लिए सिर दर्द बना हुआ है वहीं अब आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में अहम खुलासे किए हैं. गुरुवार (27 जून) को ईओयू की ओर से जानकारी दी गई है कि इस मामले में चार और आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है. इस पेपर लीक केस में बंगाल और यूपी कनेक्शन जुड़ गया है.


ईओयू के हत्थे चढ़े इन आरोपियों में तीन पश्चिम बंगाल के और एक उत्तर प्रदेश का रहने वाला है. ये सभी गिरफ्तार आरोपी Caltex Multiventure Pvt. Ltd. Kolkata के निदेशक हैं. ईओयू ने इसके अलावा पांच मई को नीट पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया गिरोह के तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया जो सिपाही भर्ती पेपर लीक में शामिल थे. इनकी पहचान नालंदा के अश्विनी रंजन, विक्की कुमार और रोहतास के अनिकेत उर्फ बादशाह के तौर पर हुई थी. इस तरह अब तक कुल सात लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.


आर्थिक अपराध इकाई ने पश्चिम बंगाल के जिन तीन लोगों को पकड़ा है उनमें परगना निवासी कौशिक कुमार, कोलकाता के सुमन विश्वास और संजय दास शामिल हैं. वहीं उत्तर प्रदेश के लखनऊ के रहने वाले आरोपित का नाम सौरभ बंदोपाध्याय है.


21391 पदों पर होनी थी बहाली


बता दें कि बिहार में सिपाही भर्ती के लिए 21391 पदों पर बहाली होनी थी. इसके लिए एक अक्टूबर 2023 को दो पालियों में परीक्षा आयोजित की गई थी. परीक्षा शुरू होने के पहले ही आंसर की सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गया था. सोशल मीडिया पर आंसर की वायरल होने के बाद परीक्षा रद्द कर दी गई थी. साथ ही सात अक्टूबर और 15 अक्टूबर को होने वाली परीक्षा स्थगित कर दी गई थी. कुल 18 लाख अभ्यर्थियों ने फॉर्म भरा था.


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