Magadh University scam: मगध यूनिवर्सिटी घोटाला मामले में बड़ी कार्रवाई, रजिस्ट्रार समेत चार गिरफ्तार, पूछताछ जारी
निगरानी की टीम लाइब्रेरियन प्रो. विनोद कुमार, प्राक्टर जयनंदन प्रसाद सिंह, रजिस्ट्रार पुष्पेंद्र प्रसाद वर्मा और असिस्टेंट सुबोध कुमार को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है.
पटना: बिहार के गया जिला के बोधगया स्थित मगध विश्वविद्यालय (एमयू) में हुए घोटाले (Magadh University scam) के मामले में विशेष निगरानी इकाई ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई की. निगरानी द्वारा विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार, प्राक्टर समेत चार को गिरफ्तार किया गया है. निगरानी की टीम लाइब्रेरियन प्रो. विनोद कुमार, प्राक्टर जयनंदन प्रसाद सिंह, रजिस्ट्रार पुष्पेंद्र प्रसाद वर्मा और असिस्टेंट सुबोध कुमार को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है. गिरफ्तार किए गए सभी कर्मियों पर बड़े स्तर पर पैसों की हेरफेर करने का आरोप है. गिरफ्तारी के बाद सभी को पटना लाया गया है, जहां सभी से पूछताछ की जा रही है.
कुलपति के ठिकानों पर छापेमारी
बता दें कि स्पेशल विजिलेंस यूनिट पूरे मामले की जांच कर रही है. दरअसल, मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. वे विश्वविद्यालय के 30 करोड़ रुपये से भी अधिक की राशि की हेराफेरी और भ्रष्टाचार के केस में आरोपित किए गए हैं. इस मामले में विजिलेंस की टीम राजेंद्र प्रसाद के बोधगया से लेकर यूपी के गोरखपुर तक ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है.
करोड़ों की संपत्ति बरामद
गौरतलब है कि छापेमारी के दौरान कुलपति के ठिकानों से करीब 90 लाख रुपये कैश, 15 लाख के गहने और छह लाख की फॉरन करेंसी और करीब एक करोड़ रुपये के मूल्य के जमीन के दस्तावेज बरामद किए गए थे.
किसे किस आरोप में किया गया गिरफ्तार -
- रजिस्ट्रार पुष्पेंद्र प्रसाद वर्मा को बगैर दस्तावेज के ही कुलपति के मौखिक आदेश पर अनाप-शनाप भुगतान करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
- प्रॉक्टर प्रो. जयनंदन प्रसाद सिंह को विश्वविद्यालय में जरूरत से ज्यादा गार्ड नियुक्त करने और पद खाली रहने के बाद भी अवैध तरीके से दोगुनी संख्या में गार्ड का भुगतान करने के आरोप में गिरफ्तार दिया गया है.
- लाइब्रेरियन विनोद कुमार को ई-लाइब्रेरी के नाम पर करोड़ों की हेरफेर करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. बता दें कि संस्थान में ई लाइब्रेरी की सुविधा नहीं है.
- आप्त सचिव सुबोध कुमार को हेराफेरी में कुलपति की मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
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