Bihar Horse Trading Case: बिहार में ईओयू को एनडीए सरकार के विश्वास मत के दौरान स्ताधारी विधायकों की खरीद-फरोख्त के सबूत मिले हैं. इस खरीद-फरोख्त मामले में अवैध धन के इस्तेमाल की बात सामने आई है. उत्तर प्रदेश, दिल्ली, झारखंड, नेपाल में बैठे लोगों के जरिए सत्तारूढ़ गठबंधन के कई विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश की गई। जांच के दौरान ईओयू को कुछ विधायकों द्वारा एडवांस के तौर पर कुछ पैसे लेने के सबूत मिले हैं.


जेडीयू विधायक की शिकायत पर हुई है जांच


इसकी पुष्टि सोमवार (07 अक्टूबर) को ईओयू के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने की है. डीआईजी मुताबिक, खरीद-फरोख्त के इस मामले की अब तक की जांच के दौरान ईओयू को यह भी पता चला है कि अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार विश्वास मत हार जाती तो पूरे पैसे दूसरे राज्यों में हवाला के जरिए विधायकों को दे दिया जाता. इस खुलासे के बाद तेजस्वी यादव के करीबी नेताओं की मुश्किलें बढ़ने की संभावना है. यह जांच जेडीयू विधायक सुधांशु शेखर की शिकायत पर की गई थी, जिसमें कई अहम खुलासे हुए हैं.


मामले में क्या बोले मानवजीत सिंह ढिल्लों?


मानवजीत सिंह ढिल्लों के अनुसार, बिहार की आर्थिक अपराध इकाई ने इस मामले की गहन जांच की है. शुरुआती जांच में मनी ट्रेल के अहम सबूत मिले हैं. जांच के दौरान कई लोगों के बयान भी दर्ज किए गए, जो इस मामले की गुत्थियों को सुलझाने में मददगार साबित हो सकते हैं. जांच में ये भी सामने आया है कि अगली सरकार बनने के बाद विधायकों को मोटी रकम दिए जाने का वादा किया गया था. इस मामले में दस लोगों के शामिल होने का दावा किया जा रहा है. बहरहाल इस खुलासे के बाद माना जा रहा है कि इस मामले की जांच अब ईडी कर सकती है. 


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