Ratnesh Sada: उत्पाद मंत्री रत्नेश सदा ने एससी/एसटी वर्ग के युवाओं को लेकर बड़ी बात कही है. उन्होंने शराब की तस्करी से इंकार नहीं किया है. उन्होंने कहा है कि शराब के बड़े-बड़े तस्कर एससी/एसटी वर्ग के युवाओं से शराब की डिलेवरी कराते हैं. पकड़े जाने पर एससी/एसटी युवा जेल जाते हैं और शराब तस्कर बच के निकलते हैं. दरअसल, मंत्री सदा सीतामढ़ी के डुमरा प्रखंड के बखरी गांव में बुधवार को शराबबंदी के प्रति जागरूकता कार्यक्रम में शामिल होने आए थे.


'गरीबी के चलते शराब की डिलेवरी'


मंत्री सदा ने कहा कि एससी/एसटी वर्ग के लोग गरीब होते हैं. वे लाचारी और आर्थिक रूप से कमजोर होने के चलते विवश होकर शराब की होम डिलेवरी के धंधे में जुड़ जाते हैं. पत्रकारों से बातचीत में मंत्री ने उक्त बातें कही. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार वर्ष 2016 में शराबबंदी करने के साथ ही लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं. विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से शराब सेवन व उसकी बिक्री नहीं करने को लेकर आम जनों को जागरूक किया जा रहा है.


मंत्री लोगों को करेंगे जागरूक 


मंत्री ने कहा कि सीएम के जागरूकता अभियान को आगे बढ़ाने के लिए ही वे बखरी गांव के इस कार्यक्रम में पहुंचे हैं. कार्यक्रम में जिला प्रशासन के अधिकारी, जीविका दीदी, टोला सेवक व तालीमी मरकज से जुड़े लोग शामिल हुए हैं. उन्होंने कहा कि वे हर जिले में हजार लोगों को शराबबंदी के प्रति जागरूक करेंगे. वे अब बोर्ड और पोस्टर पर शराब से शरीर को होने वाली क्षति, कैंसर, लीवर समेत अन्य बीमारियों का उल्लेख और चित्र बनाकर लोगों को दिखाकर शराब के सेवन से बचने की सलाह देंगे. उन्होंने कहा कि शराब पीने से हेपेटाइटिस जैसा गंभीर बीमारी भी होता है.


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