Anant Singh News: पटना हाई कोर्ट (Patna High Court) से दो केस में बरी होने के बाद पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह शुक्रवार (16 अगस्त) की अल सुबह बेऊर जेल (Beur Jail) से बाहर निकल गए. बाहर आने के बाद अनंत सिंह ने एबीपी न्यूज़ (ABP News) से एक्सक्लूसिव बातचीत की है. जेल से रिहाई के बाद अनंत सिंह ने पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम बरी हो गए तो लिपि सिंह (Lipi Singh) दोषी हो गई. हमको फंसाया गया था. उनके (लिपि सिंह) खिलाफ सीबीआई जांच हो. मेरे खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिला. साक्ष्य के अभाव में हमको बरी किया गया. हम बेमतलब लंबे समय तक जेल में रहे. अब वो भी रहें. बिहार और केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि सीबीआई (CBI) जांच हो.


2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव से जुड़े सवाल पर अनंत सिंह ने कहा कि जनता के बीच घूमेंगे. जनता कहेगी कि चुनाव लड़ना है तो विचार करेंगे. पांच बार हम विधायक रह चुके हैं. अगर जनता कहेगी कि किसी और को मौका दीजिए तो किसी और को मौका देंगे. एक सवाल का जवाब देते हुए अनंत सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव के समय में पैरोल पर मेरे आने से मुंगेर में ललन सिंह को फायदा हुआ या नहीं यह ललन सिंह और जनता बताएगी. हमको अनुभव नहीं है.






बिहार सरकार कर रही अच्छा काम: अनंत सिंह


वहीं दूसरी ओर तेजस्वी यादव की ओर से लगाए जा रहे आरोपों के जवाब में अनंत सिंह ने कहा कि तेजस्वी हम पर क्या बोल रहे हैं इससे हमें कोई मतलब नहीं है. बिहार सरकार बहुत अच्छा काम कर रही है. नरेंद्र मोदी से कहना चाहते हैं कि बिहार में 20 फैक्ट्री कम से कम खोल दें ताकि नौजवानों को रोजगार मिले. नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की जोड़ी हिट है. कोई नहीं हरा सकता है. 


सियासी गलियारों में चर्चा है कि अनंत सिंह जेडीयू में शामिल होंगे. इस पर उन्होंने कहा कि ऐसा अभी कोई प्लान नहीं है. जनता के बीच जाएंगे. सीएम नीतीश से भी मिलने का कोई कार्यक्रम नहीं है. उन्होंने कहा कि लिपि सिंह जब हमको फंसाईं तो आरजेडी ने मेरी मदद नहीं की जबकि हमको आरजेडी वाले यह कहकर पार्टी में ले गए थे कि ललन सिंह ने आपको और हम लोगों को तंग किया है. आइए हम लोग साथ रहते हैं, लेकिन संकट के समय में आरजेडी ने मेरी मदद नहीं की. उसी समय हमने तय कर लिया था कि जब भी मौका मिलेगा बदला लेंगे. मेरी पत्नी एवं विधायक नीलम देवी एनडीए में हैं. 


बता दें कि मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह को पटना हाई कोर्ट ने एके-47 और आवास से बुलेट प्रूफ जैकेट मिलने के केस में बरी कर दिया है. वह 2016 से जेल में बंद थे. 10 साल की सजा सुनाई गई थी. अब पटना हाई कोर्ट ने बरी कर दिया है. इस पूरे मामले की जांच बाढ़ अनुमंडल की तत्कालीन एएसपी लिपि सिंह ने की थी. उन्होंने 5 नवंबर 2019 को कोर्ट में चार्जशीट दायर की थी. लिपि सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह की बेटी हैं.


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