Exclusive: नए अवतार पर बोले पूर्व DGP गुप्तेश्वर पांडेय- 'कुछ नया नहीं, आम बात है'
राजनीति से मोह भंग हो गया के सवाल पर पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा, " मेरा संसार से मोह भंग हो गया है. अब केवल ईश्वर में अनुरक्ति है. राजनीति बहुत छोटी चीज़ है."
पटना: बिहार के पूर्व डीजीपी और जेडीयू नेता गुप्तेश्वर पांडेय इन दिनों सुर्खियों में हैं. कारण है उनका नया कथावाचक वाला अवतार. पूर्व डीजीपी के नए अवतार को लेकर तरह-तरह की चचाएं हो रही हैं. इन्हीं चर्चाओं के बीच रविवार को उन्होंने खास बातचीत की. बातचीत के दौरान नए अवतार के संबंध में गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि 'नया अवतार' ये उन लोगों के लिए है, जो मुझे नहीं जानते. जो मुझे जानते हैं, उनके लिए ये आम बात है.
न्यूज जैसी कोई चीज नहीं
उन्होंने कहा, " मैं 14 साल की आयु से ही हनुमान जयंती जैसे अलग-अलग मौकों पर लोगों को मंदिर में प्रवचन सुनाया करता था. आध्यात्म में मेरी शुरू से रुचि रही है. इसमें नया कुछ नहीं है. सेवा अवधि में भी मैंने कई अनुष्ठानों में हिस्सा लिया. लेकिन ड्यूटी के दौरान ऐसे कथा कहने की इजाजत नहीं थी, इसलिए मैंने तभी ऐसा नहीं किया. मेरा मानना है कि ईश्वर के चरणों में जगह पाना इंसान का अंतिम लक्ष्य है. इसमें न्यूज जैसी कोई चीज नहीं है. लेकिन मीडिया का ध्यानवाद उन्होंने मेरे निजी जिंदगी को जनता तक पहुंचाया."
बातचीत के दौरान गुप्तेश्वर पांडेय ने मीडिया के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि कुछ लोग खबरें छाप रहे हैं कि मैंने संन्यास ले लिया, गेरुआ पहन लिया, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है. मैंने कोई पैसे लेकर कथावाचन का काम शुरू नहीं किया है. कथावाचन अंतःकरण की शुद्धि का साधन है. ये चित्त की शुद्धि के लिए मैं कर रहा हूं."
अब केवल ईश्वर में अनुरक्ति
राजनीति में दिलचस्पी नहीं के सवाल पर उन्होंने अलग-अलग गुणों की जानकारी देते हुए कहा कि ये समय की बात है. लेकिन अब भगवान के अलावा उनकी किसी चीज़ में कोई रुचि नहीं है. क्या अब राजनीति से मोह भंग हो गया के सवाल पर उन्होंने कहा, " मेरा संसार से मोह भंग हो गया है. अब केवल ईश्वर में अनुरक्ति है. राजनीति बहुत छोटी चीज़ है."
जेडीयू से इस्तीफे के संबंध में जब उनसे सवाल पूछा गया तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया. वहीं, जब सुशांत सिंह राजपूत के केस के संबंध में उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैंने कभी नहीं कहा कि सुशांत की हत्या हुई है. इस पूरे मामले को सुप्रीम कोर्ट देख रही है. मैंने मुंबई पुलिस की कार्यशैली पर हंगामा किया था. पूरे देश को मुंबई पुलिस पर शक था. अब इस मामले पर नहीं बोलना का कारण ये है कि मामला सीबीआई के हाथों में है और मुझे उनकी कार्यशैली पर विश्वास है. अब फैक्टुअल रिजल्ट आएंगे.
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