आरा: बिहार के आरा में पुष्पा फ़िल्म की नई कहानी देखने को मिल रही है. यहां लाल चंदन नहीं बल्कि सुनहरे बालू की खूब तस्करी हो रही है. सोन नदी में सोने की तरह चमकने वाले बालू का अवैध खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है. बालू की मलाई में डुबकी लगाने वाले अफसरों की वर्दी उतरने की नौबत आ गई है, लेकिन बालू माफिया थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. इसी क्रम में बिहार के आरा से कुछ एक्सक्लूसिव तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें अवैध तरीके से बालू खनन कर सैकड़ों नाव और ट्रक से उसकी तस्करी करते लोग दिख रहे हैं. 


बालू माफियाओं की मनमानी


वीडियो भोजपुर जिले के कमालुचक राजपुर दियारा का है, जो ड्रोन कैमरे से शूट किया गया है. वीडियो में सोन नदी में सैकड़ों ट्रक दिखाई दे रही हैं. कई लोग इस वीडियो में दिख रहे हैं, जो बालू के अवैध कारोबार में संलिप्त हैं. पुलिस से बेखौफ होकर ये बदमाश दिन रात इसी धंधे में लगे रहते हैं. स्थानीय लोग भी दहशत में जी रहे हैं क्योंकि ये तस्कर उनके साथ मारपीट और उनकी बहू बेटियों के साथ छेड़खानी और जबर्दस्ती करते हैं. 


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सुनहरे बालू के इस काले कारोबार में कई बड़े लोगों का हाथ है. बताया जा रहा है कि अनुमानतः 350 करोड़ रुपये हर महीने बिहार सरकार को नुकसान हो रहा है. बालू माफिया रियाती जमीनों को काटकर बालू निकालने का काम कर रहे हैं. रोजाना सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टर और ट्रकों से करोड़ों रुपए के बालू की लूट हो रही है. ड्रोन कैमरे में कैद हुई सरकार को करोड़ों रुपए के चुना लगाने वाली तस्वीर इस बात की गवाह है कि बालू माफिया अब हाथ से निकल गए हैं. उन तक पहुंचने में कानून की हाथ भी छोटी पड़ने लगी है.


गौरतलब है कि जिस सोन नदी से बिहार में नीतीश सरकार का राजकोष भरना चाहिए था, उसी सोन से बालू माफियाओं के कारोबार फल-फूल रहा है. बालू तस्कर दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की कर रहे. दबे आवाज में ग्रामीण बताते हैं कि इन बालू माफियाओं को रोकना अब पुलिस के भी वश की बात नहीं है. बालू लूटने के इस खेल में अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है, लेकिन बालू माफिया रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. 


ड्रोन से कैद हुईं चौंकाने वाली तस्वीरें


ड्रोन से लिए गए तस्वीर में देखा जा सकता है कि किस तरह सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टर और ट्रकों में पोकलेन मशीनों से धड़ल्ले से बालू लोड किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि सोन नदी के किनारे अवैध बालू खनन के लिए लगभग 5000 से अधिक ट्रैक्टर और ट्रक लगाए गए हैं. हर महीने 350 करोड़ का गोरखधंधा किया जा रहा है. सरकारी चालान के अनुसार 100 CFT बालू की कीमत ढाई हजार रुपए है. एक ट्रैक्टर में लगभग एक फिट बालू यानि 100 CFT और एक ट्रक में 300 CFT बालू लोड किया जाना है. 


इस पूरे मामले में भोजपुर पुलिस अधीक्षक (SP) विनय तिवारी ने कहा कि अवैध खनन को लेकर जिले में स्पेशल टीम गठित की गई है. टीम द्वारा लगातार छापेमारी कर बालू माफियाओं को गिरफ्तार कर जेल भी भेजने का काम कर रही है. वहीं, अवैध तरीके से बालू ले जा रहे ट्रक और ट्रैक्टर को भी जब्त कर कार्रवाई की जा रही है, जो भी इस धंधे में शामिल हैं उनको किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा.


अधिकारियों पर की थी कार्रवाई


गौरतलब है कि पिछले ही साल आरा में अफसरों के ऊपर बड़ी कार्रवाई की गई थी. जिले के नवनियुक्त एसपी और डीएसपी समेत कई अफसरों को तत्काल प्रभाव से सरकार ने निलंबित कर दिया था. इसमें हाल ही में यह अपडेट आया है कि डीएसपी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई को आगे बढ़ाया गया है. हो सकता है कि उनकी वर्दी उतर जाए क्योंकि नीतीश सरकार इस डीएसपी को बर्खास्त करने के मूड में है.


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