पटना: नीतीश सरकार के मंत्री जय कुमार सिंह ने LJP सुप्रीमो चिराग पासवान से कहा कि प्रेशर पॉलिटिक्स मत करिए और परिपक्व नेता की तरह सयंमित हो कर बात करिए. एबीपी न्यूज़ के बिहार संपादक प्रकाश कुमार से खास बातचीत में पहली बार जेडीयू के किसी नेता ने चिराग पासवान को दम भर नसीहत दी. चिराग से पूछा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिनकी तारीफ कर रहे हैं, उनके बारे में झूठ क्यों बोल रहे हो. इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी नेताओं से भी हस्तक्षेप करने को कहा है.


बीजेपी बताए कि चिराग झूठ क्यों बोल रहे


मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा कि चिराग पासवान जरूर LJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, लेकिन उनको बहुत संभल कर और परिपक्व बातें बोलनी चाहिए, वो जिस बात का उल्लेख कर रहे हैं और जिस तरह का पत्र उन्होंने प्रधानमंत्री को लिखा है. प्रधानमंत्री तो स्वयं बिहार की धरती पर आकर और वर्चुअल मीटिंग के जरिए भी बिहार के मुख्यमंत्री के तारीफ कर चुके हैं. उन्हें विकासशील मुख्यमंत्री कहा है तो एक तरफ प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री की इतनी तारीफ कर रहे हैं उसी प्रधानमंत्री को आप कह रहे हैं कि नीतीश कुमार ने कोई काम नही किया है. इसपर तो बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को विचार करने की जरूरत है कि क्या प्रधानमंत्री झूठ बोल रहे हैं या चिराग, एक बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है, ये एक मुद्दा बनते जा रहा है. इसपर बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को विचार करने की जरूरत है.


उन्होंने आगे कहा कि जहां तक गठबंधन की बात है तो गठबंधन में कोई टोटल सीट पर कैसे लड़ सकता है, अगर लड़ता है तो वो कैसी गठबंधन है. गठबंधन में आपको एक परिपक्व राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में बात करनी चाहिए. गठबंधन का मतलब NDA की गठबंधन, वो बच्चों जैसी बात कर रहे हैं. ये हम नहीं कह सकते दो बार सांसद रहे हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर है लेकिन उन्हें भाषा बोलने के क्रम में आक्रोशित नहीं बल्कि राजनीतिक भाषा में परिपक्वता होनी चाहिए.


प्रेशर पॉलिटिक्स न करें भाषा में सयंम रखें


मंत्री ने कहा कि हमको लगता है कि एक प्रेशर पॉलिटिक्स जरूर चल रही है, सीटों पर बातॉचीत होनी चाहिए, प्रेशर पॉलटिक्स नहीं. हमें लगता है कि एक डिस्टेंस मेंटेन हो रहा है, वो सीधे बात नहीं कर रहे हैं. बीजेपी के साथ जो हमारी सहयोग की भूमिका में है उससे बात करें लेकिन बातों में संयम रखें.


उन्होंने आगे कहा कि आप इस तरीके की बात करके की सीट शेयरिंग होगी और हम जेडीयू के विरोध में रहेंगे, जेडीयू इस बात को कभी बर्दाश्त नहीं करेगी. राजनीति में हर व्यक्ति सहयोगी बनाना चाहता है, दुश्मन नहीं. लेकिन राजनीति करने वाले व्यक्ति बिल्कुल निर्भीक होते हैं, सामने कोई लड़े तो उससे लड़ने से कोई भागते नहीं हैं. जेडीयू पूरी तैयारी में है और जेडीयू का नेतृत्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में है. अगले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बनेंगे. बीजेपी के प्रधानमंत्री सहित राष्ट्रीय अध्यक्ष और सभी शीर्ष नेताओं ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में यहां चुनाव लड़ने की बात कही है और जब भी यहां आते हैं इस बात पर मुहर लगती रही है इसलिए जदयू किसी से भयभीत नहीं है.


बीजेपी ने साफ कर दिया नीतीश ही बिहार में नेता


जय सिंह ने आगे कहा कि उनको लगता है कि बीजेपी उनके साथ है, लेकिन बीजेपी स्वयं मुख्यमंत्री जी को नेतृत्व में सरकार बनाने की बात कह रही है तो हम उस बात पर क्यों जोर देंगे. जिनको वो कह रहे हैं वही स्वयं कह रहे हैं और जो कह रहे हैं वो कोई सामान्य व्यक्ति नहीं कह रहा है. देश के प्रधानमंत्री जी, गृहमंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा जी ने स्वयं कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में अगली सरकार बनेगी और उनके नेतृत्व में हम काम करेंगे. फिर उनके साथ रहने वाले और क्या कहते हैं, उसकी हम क्या अहमियत करेंगे.


सीटों का बंटवारा शीर्ष नेतृत्व करेगा


सीटों के बंटवारे को लेकर मंत्री ने कहा कि ये शीर्ष नेताओं का मसला है, जब वो एक साथ बैठेंगे बहुत ही शालीनता पूर्वक, बेहतरी से हमारे यहां कभी भी सीट बंटवारे को लेकर विवाद नहीं हुआ, लोकसभा में भी आप देखें, बहुत ही सौहार्दपूर्ण वातावरण में चर्चा हुई और जो निष्कर्ष निकाला सभी ने पसंद किया. वैसा ही निर्णय फिर होने वाला है लेकिन इतना जरूर कहेंगे कि आप सहयोगी हैं और अभी चुनाव का समय है और इस समय एक एक बात नाप तौल कर होनी चाहिए. जनता भी इसको देखती है और कोई ऐसी बात न बोले कि उस बात पर जनता ही नाराज हो जाये क्योंकि सबका मालिक जनता है.


मांझी हमारे परिवार के पुराने सदस्य


मंत्री ने कहा कि जीतन राम मांझी का ये कहना कि हम उन्हें किसी के लिए प्रेशर बना रहे हैं तो हमलोग ने कई राजद नेताओं को शामिल कराया है और हमारा काम ही था और हमारे पार्टी का विचारधारा ही है कि जो व्यक्ति बिहार को सुंदर बिहार, स्वर्णिम बिहार और बेहतर बिहार बनाने की भावना रखता हो उसका स्वागत है. जीतन राम मांझी बिहार के मुख्यमंत्री रहे हुए हैं उनका अपना एक चेहरा है, उसे कोई छोटा नहीं कर सकता है. वह बिहार का नेतृत्व कर चुके हैं. बिहार के मुख्यमंत्री ने ही मुख्यमंत्री बनाया और जब मांझी जी ने फिर से मुख्यमंत्री जी से संपर्क किया कि हमने अपनी गलतियों से कुछ सीख लिया है और मैं फिर से आपके नेतृत्व में काम करना चाहता हूं, तो ये अच्छी बात है कि हमारे घर के परिवार का एक सदस्य जो बाहर निकले थे, वह फिर घर में आये. वह नया नहीं है, इनकी उपज इसी पार्टी से हुई है तो हम कहीं प्रेशर नहीं कर रहे. हम अपने बिछड़े परिवार को लाये हैं.


एलजेपी है बीजेपी कोटे से तो मांझी जेडीयू से


उन्होंने आगे कहा कि एक चेहरा है उन्हें कोई नकार नहीं सकता, हमारी पार्टी स्पष्ट रूप से कही है कि हमारे शेयर में वो शेयर दार है. हम कोई अलग से उनके लिए कुछ नहीं कर रहे और न वो किसी के लिए बाधा बन रहे हैं. हमारे शेयर में ही वो शेयर होंगे, इसपर किसी भी सहयोगी को बोलने की जरूरत नहीं. चिराग बिल्कुल ही बीजेपी के कोटे में होंगे, उसके बावजूद भी एक बनाया गया है कि आप बीजेपी के साथ सहयोगी रहे हैं और आप बीजेपी को सहयोगी मानते हैं तो आप बीजेपी के शेयरर हैं और मांझी जी हमारे शेयरर हैं, ये सारी चीज मिलजुल कर बात होगी और सभी मिलजुल बात करें.


बड़ा भाई और छोटा भाई नहीं बल्कि नीतीश नेता


उन्होंने कहा कि जेडीयू बड़े भाई के भूमिका में रहे या नहीं रहे, यहां बड़े और छोटे भाई कहने की जरूरत नहीं है. जेडीयू बिहार का नेतृत्व कर रही है बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी होंगे और ये बात देश के प्रधानमंत्री कह चुके हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृह मंत्री भी कह चुके हैं और ये काफी है.


रघुवंश सिंह का अपमान हुआ, राजपूत नेता जेडीयू में आएंगे


जय सिंह ने कहा कि रघुवंश बाबू के अंत्येष्टि के समय मैं एक प्रतिनिधि के रूप में वहां गया था और मैंने जो देखा उस दिन का दृश्य, शिवहर, सीतामढ़ी छपरा, सिवान और चंपारण से जो लोग आए थे, जिस प्रकार से रघुवंश बाबू के लिए वो भावुक थे और जो चर्चा चल रही थी रघुवंश बाबू को जिस प्रकार से अपमानित किया गया है, मेरे सामने ही एक व्यक्ति ने कहा कि रघु के वंशज आज उस वंशज के शिरोमणि रघुवंश बाबू थे और जो इनको छेड़ा है अपमान किया है हम उसे माफ नहीं कर सकते हैं. ऐसी बातें वहां सुनने को मिल रही थी और जो हमने देखा है मुझे लगता है कि अब कोई छत्रिय वंशज कोई भी राजद में जाने की हिमाकत नहीं कर सकता है. जिस प्रकार के उनके मौत के बाद जो संदेश राजपूत समाज में गया है, मुझे नहीं लगता है कि जो चर्चा चल रही थी कि बहुत लोग राजद में जाने वाले हैं तो मुझे नहीं लगता कि अब कोई राजद की ओर रुख मोड़ेगा अपना.


पुतुल देवी और श्रेयसी सिंह को जेडीयू का ऑफर


उन्होंने कहा कि पुतुल देवी इसी घराने की हैं और हमलोग कोशिश करेंगे कि पुतुल देवी आये और आपका ही इस दल में खून पसीना लगा है और आप इसे और मजबूत करें, आप दूसरी अपमान सहने वाली पार्टी में न जाये ये निवेदन होगा.