पटनातमिलनाडु में बिहारियों को पीटे जाने के फर्जी वीडियो वायरल करने के मामले में यूट्यूबर मनीष कश्यप (Manish Kashyap) को गिरफ्तार किया जा चुका है. आर्थिक अपराध इकाई (EOU) रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है. ईओयू को कोर्ट से पहले एक दिन और उसके बाद बीते गुरुवार (23 मार्च) को फिर से चार दिन की रिमांड मिल गई. शुक्रवार को एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. अगर आरोप में सच्चाई हुई तो मनीष कश्यप पर हत्या का केस भी दर्ज हो सकता है.


मनीष कश्यप पर पहले से ही आर्थिक अपराध इकाई ने तीन मामले दर्ज किए हैं. इसमें तमिलनाडु के फर्जी वीडियो वायरल के अलावा बेतिया में गांधी मूर्ति के तोड़े जाने का एक मामला भी शामिल है. उस वक्त मनीष कश्यप के अलावा उसके साथ रवि और अमित सिंह नाम के दो अन्य युवकों ने मिलकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो डाला था जिसमें महात्मा गांधी की मौत पर जश्न मनाने की बात कही जा रही थी. इस पर ईओयू ने मामला दर्ज किया था. अब इसी वीडियो के आधार पर चौथा केस दर्ज हो सकता है.


अब समझिए पूरा मामला


शुक्रवार (24 मार्च) को EOU में एक आवेदन दिया गया है. इसमें बेतिया के उसी वीडियो को आधार बनाया गया है जिसमें मनीष कश्यप और उसके दो दोस्तों ने महात्मा गांधी की मौत पर जश्न मनाने की बात कही थी. इसमें आवेदन देने वाले निशांत वर्मा ने ईओयू को यह बताया है कि मनीष कश्यप और उसके दोस्तों द्वारा वीडियो में दो लोगों की हत्या की बात को स्वीकार किया जा रहा है. इस मामले में केस दर्ज हो. आवेदन को आर्थिक अपराध इकाई ने C-51/23-3-2023 के तहत स्वीकार कर लिया है. अगर ईओयू ने इस आवेदन पर मामला दर्ज किया तो मनीष कश्यप को बहुत ज्यादा फजीहत झेलनी पड़ सकती है. आवेदन में हत्या और आतंकवादी गतिविधि की आईपीसी की धारा लग सकती है. आवेदन देने वाले निशांत वर्मा दिल्ली के राजनीति विश्लेषक हैं. वे शुक्रवार को पटना पहुंचे थे. उन्होंने आर्थिक अपराध इकाई में आवेदन दिया है.


वीडियो में क्या है? (पढ़िए किसने क्या कहा है)


मनीष कश्यप- गांधी की मौत पर हम लोग जश्न मनाते हैं.


अमित सिंह- अब भारत कहां है और कहां जाएगा.


मनीष कश्यप- एक को मारोगे दस पैदा होंगे.


रवि पुरी- न्यूटन का थर्ड लॉ याद रखना.


मनीष कश्यप- एक्शन का रिएक्शन.


रवि पुरी- जितना करोगे न उतना हिंदू भाई जगेंगे.


मनीष कश्यप- वही वही वही एक्शन का रिएक्शन होगा.


रवि पुरी- उतना ही नहीं एक चंदन के बदले एक कटुए को मारा, एक मौलवी को मारा, मस्जिद में आग लगाई… तेरा जामा मस्जिद जल जाएगा याद रखना…


मनीष कश्यप- इसलिए


रवि पुरी- खुलेआम, डर नहीं रहे हैं हम रवि पुरी, अमित सिंह, मनीष कश्यप.


ईओयू को आवेदन देने वाले ने क्या कहा?


निशांत वर्मा ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि वह 15 मार्च को पटना में थे और उस दिन मुख्यमंत्री को आवेदन दिया था कि मनीष कश्यप पर आतंकी मामले में लिप्त व्यक्ति होने पर यूएपीए (UAPA) लगना चाहिए. उस आवेदन को 17 मार्च को चीफ सेक्रेटरी के कार्यालय से स्वीकार कर लिया गया. इसके बाद उन्हें फिर पटना आना पड़ा.


उन्होंने कहा कि इस बीच 15 और 16 मार्च को जब वह पटना में थे तो उन्होंने एक वीडियो देखा जिसमें महात्मा गांधी पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया था और उसी वीडियो में दो लोगों की हत्या करने, मस्जिद जलाने की बात को ये लोग स्वीकार कर रहे हैं. इस पर उन्होंने अपनी ओर से जांच की तो पता चला कि कहीं केस नहीं हुआ है. गुरुवार (23 मार्च) को वे पटना पुलिस मुख्यालय गए. वहां से उन्हें आर्थिक अपराध इकाई जाने के लिए कहा गया था. शुक्रवार (24 मार्च) को मामला दर्ज करने के लिए ईओयू को आवेदन दिया. आवेदन ले लिया गया है.


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