पटनाः बिहार कांग्रेस (Bihar Congress) में आने वाले समय में बड़ा फेरबदल हो सकता है. बिहार कांग्रेस अध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्षों को बदला जा सकता है. कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और बिहार से विधायक शकील अहमद खान (Shakeel Ahmed Khan) ने इसको लेकर बड़ा बयान दिया है. इस संबंध में उन्होंने आलाकमान से मांग की है कि बिहार कांग्रेस के संगठन में फेरबदल किया जाए ताकि पार्टी को मजबूत बनाया जा सके.
शकील अहमद खान ने कहा कि युवाओं के साथ अनुभवी जमीनी नेताओं को भी संगठन में जिम्मेदारी दी जाए. संगठन में प्राण फूंकने की जरूरत है इसलिए बदलाव होना चाहिए और उम्मीद है यूपी, पंजाब समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनावी नतीजों के बाद कांग्रेस आलाकमान बिहार में बड़ा फेरबदल करेगा.
पार्टी को करना होगा और ताकतवर
बिहार में कांग्रेस और आरजेडी का गठबंधन वर्षों तक था जो टूट चुका है, इसको लेकर शकील अहमद खान ने कहा कि कांग्रेस को अब अकेले आगे बढ़ना है. इसलिये पार्टी को और ताकतवर होना होगा. उसके लिए संगठन में बदलाव जरूरी है. बता दें बिहार में कांग्रेस कमजोर हो चुकी है. 2019 के लोकसभा चुनाव में आरजेडी के साथ गठबंधन में सिर्फ एक सीट जीत पाई थी. 2020 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी के साथ गठबंधन में 70 सीटों पर लड़ी थी सिर्फ 19 सीट जीत पाई थी. आरजेडी को आज भी लगता है कि कांग्रेस को इतनी सीटें देकर गलती हुई और कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के कारण बिहार में सरकार नहीं बन पाई.
उपचुनाव में कांग्रेस का रहा था खराब प्रदर्शन
बता दें कि 2021 में हुए बिहार विधानसभा के उपचुनाव में आरजेडी ने कांग्रेस से गठबंधन तोड़ दिया था. कांग्रेस अकेले लड़ी और दोनों सीटों पर चौथे नंबर पर आई थी. अब विधान परिषद चुनाव के लिए 24 सीटों पर वोटिंग होनी है. इसमें भी आरजेडी ने कांग्रेस से गठबंधन नहीं किया है. सभी सीटों पर कांग्रेस अकेले लड़ रही है. अच्छा प्रदर्शन करना उसके लिए बड़ी चुनौती है.
बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा हैं जिनका कार्यकाल समाप्त हो चुका है. उनके साथ चार कार्यकारी अध्यक्ष हैं. उनका भी कार्यकाल समाप्त हो चुका है. इस दौरान शकील अहमद खान ने मांग कर दी है कि अब संगठन में फेरबदल होना चाहिए. नए अध्यक्ष के तौर पर उनका नाम आगे चल रहा है.
यह भी पढ़ें- Bihar News: खुदाई में मिली बौद्धकालीन मूर्ति, भगवान राम और विष्णु मानकर पूजा करने लगीं महिलाएं, वजन सुनकर चौंक उठेंगे