पटना: लोक जनशक्ति पार्टी में पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान के स्टैंड के खिलाफ चिंगारी सुलगने लगी है. पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद सूरजभान सिंह ने शुक्रवार को एबीपी न्यूज से बातचीत के दौरान वो फॉर्मूला बताया जिसपर बात बन सकती है. लेकिन एलजेपी अध्यक्ष चिराग के बयान और सूरजभान सिंह के फार्मूले में समानता नहीं दिख रही.


एनडीए में रहना चाहिए


सुरजभान सिंह ने कहा हम एनडीए में ही रहना चाहते हैं, पूरा एनडीए अगर एक होकर लड़ेगा तो 200 से भी अधिक सीट बिहार में आएगी और ये बात सभी लोग कह रहे हैं.


पत्र नहीं बल्कि बंद कमरे में बात होनी चाहिए


उन्होंने कहा, " नफा-नुकसान तो होता ही है राजनीति ऐसी ही चीज है. उनको ( चिराग पासवान ) समझ है कि हम जो बोल रहे हैं, जैसे उनको ( नीतीश कुमार ) हम आगाह कर रहे हैं और इससे नुकसान तो कुछ वोटर पर हो ही रहा है. जो चीज बंद कमरे में होना चाहिए था वो खुले में है और इससे पूरे एनडीए को नुकसान हो रहा है. फ्लड आया इन्होंने ( चिराग पासवान ) आवाज उठाया अगर वो बंद कमरे में कहते बिहार कोई नई जगह नहीं थी. कोरोना पूरे दुनिया में छा गया लेकिन इस चीज को अगर सही तरीके से कहते और नीतीश जी ने भी बहुत अच्छे से प्रत्यय अमृत को लाया और कोरोना जांच दस हजार से बढ़कर आज लाखों की संख्या में हो गया जांच तो ये सब कोई मुद्दा ही नहीं है.


चिराग को होने वाले नुकसान से किया आगाह


सुराजभान सिंह ने कहा, " मैंने दो से तीन दिन पहले ही फॉर्मूला बता दिया है. पूरे एनडीए को एकसाथ बैठना चाहिए. वातावरण बनता है तो ही साथ रहे, अगर नहीं बनता है तो जो 143 सीट पर मंथन चल रहा है उस 143 सीट पर उम्मीदवार उतारिए."


रामविलास पासवान जी से कोई बात नहीं


उन्होंने कहा, " करीब सवा महीने से मेरी बात पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान जी से इस मुद्दे पर नहीं हुई है क्योंकि वो अभी इलाजरत हैं और किसी से मिलजुल भी नहीं रहे हैं. उन्हें ऐसी बीमारी है अगर थोड़ा सा भी फर्क पड़ा तो हमलोग बहुत बड़ी चीज खो देंगे. इसलिए अभी वो हॉस्पिटल में है और किसी से नहीं मिल रहे हैं."


चिराग और रामविलास की सोच में जमीन आसमान का अंतर


सुराजभान सिंह ने कहा, " चिराग मेच्योर है या नहीं ये आने वाला समय बतायेगा. लेकिन ये जरूर है कहां रामविलास पासवान जी और कहां चिराग पासवान जी, दोनों के सोच में जमीन आसमान का अंतर होगा क्योंकि उम्र के साथ ही आदमी परिपक्व होता है.


एलजेपी को सम्मान मिलना चाहिए


जेडीयू के खिलाफ उम्मीदवार उतारने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये समय बतायेगा. लेकिन मेरी यह सोच है कि जेडीयू और बीजेपी एलजेपी को पूरी सम्मान दे रही है और एनडीए गठबंधन बरकरार रहे और यहीं मेरा व्यक्तिगत राय है.


मिल-बैठकर ही हल निकलेगा


उन्होंने कहा, " ऐसा नहीं होता है, दो-चार सीट पर कुश्ती जरूर होता है. अगर किसी दल के बड़े लीडर प्रचार में न जाएं, इस तरह का लेकिन सम्मान अगर चिराग पासवान को मिलेगा और सब परिवार एक जगह बैठेंगे तो हल जरूर निकलेगा.


नीतीश ही मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार


सुराजभान सिंह ने बीजेपी की ओर से सीएम नीतीश कुमार की नेतृत्व में चुनाव लड़ने की घोषणा के संबंध में कहा, " वो राष्ट्रीय अध्यक्ष है, हम उन्हें कुछ बोल नहीं सकते हैं. लेकिन प्रधानमंत्री आ रहे हैं, गृहमंत्री बहुत पहले कह चुके हैं कि नीतीश जी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाना है. लेकिन ये अलग मुद्दा है. यहां मुद्दा चिराग पासवान के स्वाभिमान का है, एलजेपी के स्वाभिमान का है और जब सभी परिवार एक जगह बैठ जाएंगे तो मुझे पूर्ण विश्वास है कि ये मुद्दा हल हो जाएगा, क्योंकि परिवार जब एक जगह बैठता है तो गिला शिकवा दूर हो जाता है." वहीं मुख्यमंत्री कौन बनेगा के सवाल पर उन्होंने कहा कि बिहार की जनता जिसे चाहेगी उसे बना देगी.