'बिहार विश्वविद्यालय' में फर्जी तरीके से सर्टिफिकेट दिलाने का खेल! सिंडिकेट का खुलासा, कर्मियों की हो सकती है भूमिका
BRABU Muzaffarpur: माइग्रेशन सर्टिफिकेट दिलाने के नाम पर अवैध उगाही करने वाले एक युवक को विश्वविद्यालय की पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया है. उसके पास से सर्टिफिकेट भी मिला है.
मुजफ्फरपुरः बिहार के मुजफ्फरपुर में फर्जी तरीके से सर्टिफिकेट देने का मामला सामने आया है. बिहार विश्वविद्यालय (BRABU) में माइग्रेशन सर्टिफिकेट दिलाने के नाम पर अवैध उगाही करने वाले एक युवक को विश्वविद्यालय की पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उसे विश्वविद्यालय परिसर से ही पकड़ा है. आरोपी युवक काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के ही गन्नीपुर का रहने वाला रितेश कुमार है. उसे बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के सर्टिफिकेट शाखा से पकड़ा गया है.
इस मामले में कई अन्य लोगों की भूमिका हो सकती है. वहीं विश्वविद्यालय के कर्मियों की भी भूमिका की बात कही जा रही है. पुलिस मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है. पकड़े गए युवक के पास से सीतामढ़ी जिले के रहने वाले छात्र मो. शाकिर अफरीदी के भी नाम का माइग्रेशन सर्टिफिकेट बरामद किया गया है. गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उसे थाने लेकर चली गई. यहां पूछताछ के बाद जेल भेजे जाने की प्रक्रिया होगी.
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माइग्रेशन सर्टिफिकेट के बदले लिए थे एक हजार रुपये
इस पूरे मामले को लेकर थानेदार रामनाथ प्रसाद ने बताया कि आरोपी युवक विश्वविद्यालय के सर्टिफिकेट शाखा पहुंचा था. उसने अपने मन से वहां रजिस्टर से माइग्रेशन सर्टिफिकेट फाड़ कर ले लिया. इसपर वहां मौजूद कर्मियों में उसे पकड़ लिया है जिसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई थी और जांच में पता चला कि उसके पास जो सर्टिफिकेट मिला है उसके बदले उसने 1000 रुपये भी लिए थे. इसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया. उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. उससे पूछताछ की गई है. इसमें विश्वविद्यालय के कई कर्मियों की भूमिका सामने आई है. इसको लेकर भी जांच पड़ताल की जा रही है.