नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला फर्जी IPS गिरफ्तार, अब तक कर चुका है लाखों की ठगी
ठग को नगर थाना की पुलिस ने उस समय गिरफ्तार किया, जब वो कागजी मोहल्ले में नौकरी दिलाने के नाम पर रुपये ले रहा था.खुद को आईपीएस अधिकारी बता रेलवे, सचिवालय समेत अन्य जगहों पर नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की कर चुका ठगी.
नालंदा: बिहार के नालंदा जिले में पुलिस ने नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले एक फर्जी आईपीएस को गिरफ्तार किया है. ठग को नगर थाना की पुलिस ने उस समय गिरफ्तार किया, जब वो कागजी मोहल्ले में नौकरी दिलाने के नाम पर रुपये ले रहा था. सदर डीएसपी शिब्ली नोमानी ने बताया कि गिरफ्तार ठग खुद को आईपीएस अधिकारी बताकर रेलवे, सचिवालय समेत अन्य जगहों पर नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी कर चुका है.
नकली पिस्टल और वर्दी पुलिस ने किया बरामद
पुलिस ने कहा कि जह ठग के घर की तलाशी ली गई तो इस दौरान आईपीएस की वर्दी, प्लास्टिक का नकली पिस्टल, नेम प्लेट, आइकार्ड, टोपी, बेल्ट और फर्जी जॉइनिंग लेटर बरामद किया गया. गिरफ्तार ठग दीपनगर थाना इलाके के कोरई गांव निवासी राजकुमार चौधरी का बेटा सुजीत कुमार है.
पुलिस ने बताया कि आरोपी फोटोशॉप के माध्यम से कई बड़े-बड़े आईपीएस अधिकारियों के साथ अपनी फोटो जोड़कर खुद को पहुंच वाला बताता था और इसी आधार पर युवाओं को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करता था. आरोपी ने एक दफ्तर भी बना रखा था, जहां वो लोगों से मिलता जुलता था. इसके अलावा उसने अपने वॉट्सएप और फेसबुक प्रोफाइल में आईपीएस की वर्दी पहनी हुई तस्वीर लगा रखी थी.
नौकरी दिलाने के नाम पर ठग चुका लाकों रुपये
पुलिस की मानें तो जब भी कोई बेरोजगार उसके झांसे में आता था, तब वो उन्हें सचिवालय और रेलवे में क्लर्क की पोस्ट पर नौकरी दिलाने के नाम पर तीन से सात लाख रुपये तक की ठगी करता था और फर्जी जॉइनिंग लेटर देकर अपना ठिकाना बदल लेता था. कई दिनों से वो ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहा था.
इस पूरे मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब एक पीड़िता ने नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने का मामला नगर थाना में दर्ज कराया. इसके बाद पुलिस ने जाल बिछाकर रुपये लेते हुए रंगे हाथ ठग को गिरफ्तार कर लिया. इस फर्जी अधिकारी की गिरफ्तारी के बाद दर्जनों युवा युक्तियां थाने पहुंचकर शिकायत करने लगे हैं.
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