कैमूर: किसानों को उनके फसल की सही कीमत मिल सके इसके लिए सीएम नीतीश ने सभी पैक्सों को धान अधिप्राप्ति के लिए काफी समय पहले ही आदेश जारी कर दिया है. लेकिन सरकारी आदेश के बावजूद पैक्सों के मनमाना रवैये से किसान परेशान हैं. ताजा मामला बिहार के कैमूर जिले के भभुआ प्रखंड का है, जहां बेतरी पैक्स पर किसानों की जगह बिचौलियों से धान की खरीदारी कर धान अधिप्राप्ति के लक्ष्य को पूरा किया जा रहा है.


बता दें कि बिहार सरकार ने इस बार 1868 रुपये प्रति क्विंटल धान की एमएसपी तय की है. इसी मूल्य पर पैक्स द्वारा किसानों से धान की खरीददारी की जा रही है. लेकिन बेतरी पैक्स में धान अधिप्राप्ति में भारी अनियमितता सामने आई है. दरअसल, बेतरी पैक्स द्वारा अब तक 32 किसानों से लगभग साढ़े तीन सौ मीट्रिक टन धान की खरीदारी करने का आंकड़ा जारी किया है. लेकिन बेतरी गांव के किसान इस खरीदारी के आंकड़े को झूठा बता रहे हैं.


किसान की मानें तो वे धान बेचने के लिए कई बार पैक्स गोदाम पर गए लेकिन गोदाम बंद मिला. पैक्स अध्यक्ष खरीदारी का सिर्फ आश्वासन देते हैं, लेकिन खरीदारी समय पर नहीं हो पा रही है. किसानों के जगह बिचौलियों से धान की खरीददारी की जा रही है. किसानों से प्रति बोरी 2 से 5 केजी एक्स्ट्रा धान लिया जाता है और अवैध वसूली भी की जाती है.


इधर, जब बेतरी पैक्स पहुंच कर इस मामले की जांच की गई तो गोदाम बंद मिला. ना कोई बैनर, ना पोस्टर और ना ही ऐसा कोई व्यक्ति मिला जो इस खरीदारी में शामिल हो. वहीं, जब इस संबंध में बातचीत की गई तो पैक्स अध्यक्ष और प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी की बातों में भी काफी असमानता दिखी.


इधर, इस पूरे मामले में जिला सहकारिता पदाधिकारी बताते हैं कि हम किसानों से ही धान की खरीदारी कर रहे हैं. अगर कोई आरोप लगा रहा है तो गलत है. हमारे सभी पैक्स के गोदाम पर बैनर पोस्टर लगा हुआ है. खुले में धान की खरीददारी नहीं होती है. धान को गोदाम में रखा जाएगा. मामले की जांच कराई जाएगी.


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