नालंदा: बिहार के नालंदा जिले में चौंकाने वाला मामला सामने आया है. मामला जिले के दीपनगर थाना इलाके के बेरौटी स्थित के.के. पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्रावास से जुड़ा हुआ है, जहां खगड़िया जिला की रहने वाली इंजीनियरिंग की छात्रा के अपहरण किए जाने की बात सामने आई है. इस मामले में छात्रा के पिता ने थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें कॉलेज के दो छात्रों को नामजद किया गया है. आरोपियों में पटना के दीदारगंज निवासी रणबीर कुमार और मनेर निवासी राजा सिंह शामिल हैं. अपहृता की बरामदगी नहीं होने से परिजन चिंतित हैं. साथ ही कॉलेज की व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं.
वार्डेन ने फोन कर परिजन को बताया
घटना के संबंध में छात्रा के पिता ने बताया कि उनकी बेटी के.के पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्रावास में रह कर सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही थी. छह मार्च को हॉस्टल की वार्डेन अनामिका कुमारी ने मैसेज कर बताया कि बेटी हॉस्टल में नहीं है. पिता की मानें तो वार्डन ने कहा कि कॉलेज के छात्र से उनकी बेटी का अफेअर था, वो उसी के साथ होगी.
भाई बताकर मिलता था छात्र
मिली जानकारी अनुसार सेकेंड सेमेस्टर की परीक्षा युवती ने नवादा में किराया के मकान में रह कर दी थी. वहां के मकान मालिक से परिजनों को पता चला कि रणवीर और राजा सिंह खुद को भाई बताकर उससे मिलने आते थे और उन्हीं दोनों ने छात्रा को बहला फुसलाकर अगवा किया है. ऐसे में खोजबीन में जब बेटी का पता नहीं चला, तब पिता ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज कराया है.
कॉलेज व्यवस्था पर सवाल
पिता ने कॉलेज की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने बेटी को पढ़ाई के लिए छात्रावास में रखा था. लेकिन कॉलेज प्रशासन की लापरवाही के कारण उनकी बेटी को गायब हो गई है. पूर्व में वार्डेन उनसे पूछकर बेटी को छात्रावास से निकलने की अनुमति देती थी. लेकिन इस बार उनसे कुछ नहीं पूछा गया.
पूरे मामले की जांच में जुटी पुलिस
इधर, हॉस्टल की वार्डन अनामिका कुमारी ने बताया कि छात्रा रुपए निकासी के लिए एटीएम जाने की बात कहकर निकली थी, उसके बाद लौटकर नहीं आई. वहीं, थानाध्यक्ष मो. मुश्ताक अहमद ने बताया कि प्रारंभिक जांच में मामला प्रेम-प्रसंग का प्रतीत हो रहा है. दोनों ट्रेन से पटना गए हैं. उसके बाद मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया. जल्द ही पुलिस अपहृता को बरामद कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लेगी.
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि रणवीर के परिवार ने फीस जमा करने के लिए उसे सवा लाख रुपये दिए थे. अंदेशा है कि कैश रहने के कारण वो किसी दूसरे शहर में चला गया है. जल्द ही पुलिस उन तक पहुंच जाएगी.
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