दरभंगा: लॉकडाउन के दौरान गुरुग्राम से अपने पिता को साइकिल पर बैठाकर दरभंगा लाने वाली ज्योति कुमारी पर फिल्म बनाने को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है. ज्योति के पिता मोहन पासवान ने दरभंगा के कमतौल थाना में निर्देशक शाइन कृष्णा और उनके साथी सजीथ नामबियार के खिलाफ धोखाधड़ी और प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराया है.



मोहन पासवान ने शिकायत में कहा है कि ये दोनों 26 जून को उनसे मिलने आए थे और उन्हें गुमराह करते हुए विनोद कापड़ी के साथ पहले से कॉन्ट्रैक्ट साइन किए होने के बावजूद अपने साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन करवा लिया. इसके दो हफ्ते बाद जुलाई में ही उन्होंने शाइन और सजीथ को फोन और व्हाट्सएप के जरिए कह दिया था कि चूंकि उन दोनों ने उनके साथ धोखा किया है, इसलिए वे कॉन्ट्रैक्ट को कानूनी तौर पर गलत मानते हुए रद्द कर रहे हैं और उनके दिए पैसे लौटाना चाहते हैं. हालांकि, तकरीबन डेढ़ महीने बीत जाने के बावजूद वो उनके लीगल डाक्यूमेंट्स का जवाब नहीं दे रहे हैं.



इतना ही नहीं, मोहन पासवान ने अपनी शिकायत में ये भी लिखा है कि उनकी बच्ची पर बनने वाली फिल्म का काम रूक गया है. समाज की तरफ से मिल रहे प्रोत्साहन की वजह से उन्हें अपना भविष्य दिख रहा था, लेकिन शाइन और सजीथ के धोखे से वे तनाव में हैं और उनकी 15 साल की बच्ची समेत पूरा परिवार मानसिक यातना, प्रताड़ना के दौर से गुजर रहा है क्योंकि वे सब बेहद गरीब दलित परिवार से ताल्लुक रखते हैं.


दरअसल, 27 मई को डायरेक्टर विनोद कापड़ी ने सबसे पहले ज्योति और उनके पिता के साथ फिल्म बनाने का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया था. इसके लिए ज्योति के पिता मोहन पासवान को विनोद कापड़ी की कंपनी भागीरथी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से एडवांस भी दिया था. लेकिन 26 जून को वी मेक फिल्मज़ कंपनी की तरफ से शाइन कृष्णा ने भी ज्योति के पिता से फिल्म बनाने को लेकर कॉन्ट्रैक्ट साइन करा लिया, जिसको लेकर दोनों कंपनियों के बीच जंग छिड़ गई.


विनोद कापड़ी ने भी मेक फिल्मज़ को भेजी थी नोटिस


फिल्ममेकर और वरिष्ठ पत्रकार विनोद कापड़ी लगातार दावा कर रहे हैं कि साइकिल गर्ल ज्योति पासवान और उनके परिवार के संघर्ष पर फिल्म बनाने के लिए वे पिता मोहन पासवान के साथ 27 मई को ही करार कर चुके हैं. लेकिन इस सबके बावजूद वी मेक फिल्मज़ नाम की कंपनी से जुड़े हुए शाइन कृष्णा और उनके साथी ज्योति के परिवार के साथ फिल्म के लिए अनुबंध करने पहुंचे जो कि पूरी तरह से गैर कानूनी और अवैध है.