पटना: लंबे इंतजार के बाद देश भर में 16 जनवरी से कोरोना वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. लेकिन वैक्सीनेशन को शुरू हुए अभी एक हफ्ता भी नहीं हुआ है कि इसके संचालन में दिक्कत आने लगी है. इसका पहला उदाहरण पटना के पीएमसीएच में देखने को मिला, जहां सोमवार को महिला डॉक्टर वैक्सिनेशन की व्यवस्था को लेकर हॉस्पिटल प्रबंधन पर भड़क गईं.
महिला डॉक्टर ने लगाया आरोप
महिला डॉक्टर का आरोप है कि रविवार को अस्पताल प्रबंधन की तरफ से पहले उन्हें वैक्सीनेशन के लिए बुलाया गया, लेकिन शाम को फोन कर मना कर दिया गया. इस बात से वो इतना नाराज हुईं कि उन्होंने सीधे हॉस्पिटल पहुंच कर वैक्सीनेशन की व्यवस्था में लगे स्वस्थ्यकर्मियों पर गुस्सा निकालना शुरू कर दिया. दरअसल, उन्हें शक था कि उनके साथ कोई साजिश की गई है. हालांकि, जब मामले की तहकीकात की गई तो मामला कुछ और ही निकला.
ये थी घटना के पीछे की असल वजह
दरअसल, इस पूरी घटना के पीछे की वजह को-विन पोर्टल का क्रैश हो जाना है. वैक्सीनेशन के एक दिन पहले रविवार को को-विन पोर्टल क्रैश हो गया था. यही वजह थी कि वैक्सीनेशन के 24 घंटे पहले तक हॉस्पिटल मैनेजमेंट टिकाकरण के लिए स्वास्थ्यकर्मियों की लिस्ट तैयार नहीं कर पाया था. इस हालात को देखते हुए पीएमसीएच प्रबंधन ने एक मैनुअल लिस्ट तैयार की.
इस लिस्ट में पीएमसीएच के जिन सौ डॉक्टरों का नाम था उन्हें सूचना दे दी गई थी. हालांकि, शाम को जब राज्य स्वास्थ्य समिति ने सूची तैयार की तो पीएमसीएच में नई सूची पर काम किया जाने लगा. तब पहले की लिस्ट में शामिल डॉक्टर को फोन कर मना कर दिया गया कि उन्हें वैक्सीन के लिए नहीं आना है. इसी क्रम में महिला डॉक्टर को भी फोन किया गया था. इसी बात से महिला डॉक्टर खफा हो गईं.
महिला डॉक्टर का फूटा गुस्सा
इधर, असली वजह से अनजान महिला डॉक्टर जब पीएमसीएच पहुंची और लिस्ट में अपना नाम नहीं पाकर जमकर हंगामा किया. हो-हल्ला सुनकर डिप्टी सुपरिटेंडेंट डॉ. राणा एन के सिंह मौके पर पहुंचे और महिला डॉक्टर को भरपूर समझाने की कोशिश की. हालांकि, तब भी महिला नहीं मानी और अपने मान का सारा गुस्सा वहां मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों पर निकाल दिया.
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