Nitish Kumar: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जेडीयू एक्टिव हो गई है. जेडीयू कार्यालय में पार्टी के मंत्री जनता दरबार का आयोजन कर रहे हैं. सोमवार से शुक्रवार तक जनता दरबार का आयोजन किया जाता है जिसमें सभी दिन अलग-अलग विभाग के दो या तीन मंत्री आते हैं, लेकिन हालात यह है कि जेडीयू कार्यालय में आयोजित जनता दरबार में मंत्री तो उपस्थित रहते हैं, लेकिन फरियादी नदारद रहते हैं. आज भी (1 अगस्त) जनता दरबार में मध निषेध मंत्री रत्नेश सदा और परिवहन मंत्री शीला मंडल उपस्थित रहे, लेकिन लोगों की भीड़ नहीं दिखी. वहीं, फरियादियों की भीड़ नहीं होना कहीं न कहीं पार्टी के लिए चिंता का विषय है.


जनता दरबार में पहुंचे दो-दो मंत्री


जेडीयू कार्यालय में आयोजित जनता दरबार में देखा जा सकता है कि फरियाद नहीं हैं. दो-चार लोग आए हैं और जो कुछ बैठे हुए हैं. वह भी पत्रकार हैं, लेकिन दो-दो मंत्री जनता दरबार में अपने नियत समय से मध निषेध मंत्री रत्नेश सदा और परिवहन मंत्री शीला मंडल उपस्थित थे, लेकिन कोई फरियादी उनके पास नहीं पहुंचा. 


भीड़ नहीं जुटने पर मंत्री रत्नेश सदा ने क्या कहा?


वही, इस पूरे मामले पर जब मंत्री रत्नेश सदा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनकी समस्या का निदान प्रखंड अनुमंडल स्तर पर हो रहा है इसीलिए फरियादी की संख्या कम है. बता दें कि लोकसभा चुनाव में एनडीए को बिहार में मनोनुकूल परिणाम नहीं मिला था. इसके बाद बीजेपी की भी नजर बिहार पर है. इसको लेकर बीजेपी काफी सक्रिय दिख रही है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बनते ही दिलीप जायसवाल ने पार्टी के मंत्रियों को निर्देश दिया है कि वो भी पार्टी कार्यालय में जनता दरबार लगाएं और समस्याओं को सीएम नीतीश कुमार की तरह ऑन द स्पॉट निदान करें.


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