पटना: बीजेपी नेता विजय सिंह (Vijay Singh) की बृहस्पतिवार को नीतीश कुमार (Nitish Kumar) सरकार के खिलाफ 'विधानसभा मार्च' में हिस्सा लेने के दौरान मौत हो गई, जिसके बाद पार्टी के नेताओं ने आरोप लगाया कि बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज उनकी मौत हुई है. इस पर बिहार की राजनीति गरमा गई है. वहीं, पटना में विधानसभा मार्च करने वाले बीजेपी के 63 नेताओं पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है. प्राथमिकी में प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी (Samrat Choudhary) और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) का नाम शामिल नहीं है. पुलिस ने जांच में और नाम को जोड़ने की बात कही.


बीजेपी के कई दिग्गजों का नाम शामिल


बीजेपी नेताओं के खिलाफ कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. प्राथमिकी में बीजेपी नेताओं पर प्रतिबंधित क्षेत्र में जाकर हंगामा करना, पुलिस के साथ मारपीट, हमला, पत्थरबाजी और सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप लगा है. मजिस्ट्रेट के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. इसमें पूर्वी डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, औरंगाबाद के एमपी सुशील कुमार सिंह, पूर्व मंत्री नितिन नवीन सहित कई दिग्गजों के नाम शामिल है.


'प्रदर्शनकारी बैरिकेड तोड़ कर आगे बढ़ गए'


बिहार सरकार के जनसंपर्क विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी की ओर से आयोजित विधानसभा मार्च का कार्यक्रम में शामिल प्रदर्शनकारी गांधी मैदान से बड़ी संख्या में आगे बढ़ रहे थे. उन्हें जेपी गोलम्बर के पास प्रशासन द्वारा रोकने का प्रयास किया गया लेकिन वे लोग नहीं माने और आगे बढ़ते गए. इसमें कहा गया है कि डाकबंगला चौराहा पर प्रशासन द्वारा नाकेबंदी कर रोकने का प्रयास किया गया पर प्रदर्शनकारियों द्वारा बैरिकेड तोड़ दिया गया. प्रदर्शन कर रहे व्यक्तियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस द्वारा पानी का बौछार एवं आंसू गैस के गोले छोड़े गए पर प्रदर्शनकारी नहीं मान रहे थे और वे जबरदस्ती बैरिकेड तोड़ कर आगे बढ़ गए. प्रदर्शनकारियों को प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश करने से रोकने के लिए पुलिस द्वारा हल्का बल प्रयोग कर उन्हें तितर-बितर किया गया.


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