गोपालगंज: जिले में गंडक नदी की वजह से आई बाढ़ की त्रासदी झेल रहे पीड़ितों के बीच 96 घंटे बीत जाने के बाद चूड़ा-गुड़ बांटने पहुंचे आरजेडी विधायक मो. नेमतुल्लाह को बड़ी फजीहत झेलनी पड़ी. बाढ़ पीड़ितों ने विधायक के खिलाफ न सिर्फ नारेबाजी की, बल्कि चूड़ा-गुड़ लेने से भी इंकार कर दिया. विधायक के खिलाफ आक्रोशित बाढ़ पीड़ितों की नारेबाजी का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.
दरअसल, बरौली विधानसभा में मांझा और बरौली प्रखंड के 152 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं. रतनसराय रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर सैकड़ों बाढ़ पीड़ितों ने शरण लिया है. यहां प्रशासन की ओर से किसी तरह की सरकारी सुविधा नहीं मिली है. ऐसे में गुरुवार जब आरजेडी विधायक इन बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत सामग्री के रूप में चूड़ा-गुड़ बांटने पहुंचे तो बाढ़ पीड़ितों ने राहत सामग्री लेने से इंकार कर दिया.
वायरल वीडियो में लोगों के आक्रोश के कारण विधायक और उनके लोग राहत सामग्री लेने की बात बार-बार कहते दिख रहे हैं. लेकिन बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि विधायक चार दिनों बाद चूड़ा-मीठा लेकर आए, हमें नहीं चाहिए. वो अपनी राहत सामग्री लेकर जाएं लोगों के आक्रोश के कारण विधायक को बैरंग लौटना पड़ा.
वहीं, एक और वीडियो मिर्जापुर की बाढ़ पीड़ित महिला का सामने आया है, जिसमें पीड़ित महिला विधायक के नाम पर भड़क उठती है. महिला ने कहा कि वोट तो उनको ही दिया. अब वे गांव में आ जाएं. उनकों यहां से भगा देंगे. महिला नाराजगी जताते हुए कहती है कि विधायक का नाम मत लीजिए खून खौल जाता है.