दरभंगा: दरभंगा शहर के कई वार्ड बागमती नदी में आई बाढ़ की वजह से डूब चुके हैं. सड़को पर 2 से 3 फीट पानी लगा है. ऐसे में लोगों के सामने जो बड़ी समस्या है वह यह है कि आपदा की घड़ी में आवागमन कैसे किया जाए. लगभग हर घर में बाइक है पर दिक्कत ये है कि पानी में बाइक किस तरह चलाया जाए. साइलेंसर में पानी चले जाने की वजह से बाइक बंद हो जाती है. ऐसे में दरभंगा के बाढ़ पीड़ितों ने इसका तोड़ निकाल लिया है और अब वे आम दिनों की तरह बाढ़ के पानी में भी फर्राटे से बाइक दौड़ा अपने रोजमर्रा का काम निपटा रहे हैं.


बता दें कि जिले में लोग स्कूटी या बाइक के साइलेंसर में पाइप घुसा, साइलेंसर के मुंह पर टेप लगाकर पाइप को पीछे सीट पर लगे रॉड से बांध रहे हैं. लोगों का कहना है कि बाढ़ का काफी पानी सड़कों पर आ गया है, ऐसे में इस जुगाड़ टेक्नोलॉजी से साइलेंसर में पानी नहीं जाता और हम आराम से बाढ़ में कहीं भी आ जा सकते हैं.


बिहार में लोग हर साल आने वाली बाढ़ के अब इतने आदि हो गए हैं कि सरकारी मदद की आशा छोड़ वह कहीं बड़े-बड़े टायरों तो कहीं थर्मोकोल और केले के थम्भों को जोड़ आने-जाने के लिए नाव का निर्माण कर लेते हैं, तो कहीं इसी तरह की जुगाड़ टेक्नोलॉजी निकाल कर अपना काम आसान कर लेते हैं.


मालूम हो कि बिहार में बाढ़ की स्थिति भयावह बनी हुई है. प्रमुख नदियों में बाढ़ आ जाने की वजह से अब तक 45 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. बाढ़ के कारण राज्य में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है. आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया कि 14 जिलों की 1012 पंचायतों में बाढ़ प्रभावित लोगों की संख्या बढ़कर 45.63 लाख हो गई है.