दहेज के लिए घरवाले 10 महीने से टाल रहे थे रिश्ता, युवक-युवती ने मंदिर में कर ली शादी
युवक-युवती छह महीने से फोन पर बातचीत करते-करते एक दूसरे के काफी नजदीक आ गए थे. ऐसे में युवक मंगलवार को सतगावां पहुंचा और दान-दहेज की रस्म को तोड़ते हुए युवती से मैसरवा स्थित शिव मंदिर में शादी कर ली.
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कोडरमा: झारखंड के कोडरमा जिले के सतगावां थाना क्षेत्र के सकरी नदी स्थित मैसरवा शिव मंदिर में मंगलवार को युवक और युवती ने दान-दहेज जैसी सामाजिक कुरीति को ठुकराते हुए शादी कर ली. दरअसल, 8 महीने पहले नवादा जिले के हिसुआ थाना क्षेत्र के सचैला निवासी बृजभूषण सिंह के 26 वर्षीय बेटे कुंदन कुमार की शादी कोडरमा जिले के सतगावां थाना क्षेत्र के विशनीडीह निवासी सत्यनारायण सिंह के 19 वर्षीय बेटी शालू कुमारी से तय की गई थी.
लड़की के पिता ने दिए थे 60 हजार रुपये
शादी में दोनों ओर देखने की सारी रस्में हो चुकी थीं. बस दोनों के परिजनों के बीच दान-दहेज की बातचीत चल रही थी. लड़का पक्ष ने शादी के लिए ढाई लाख रुपये की मांग की थी, जिसमें लड़की के पिता ने 60 हजार रुपये दे भी दिए थे. वहीं, बाकी पैसे शादी के कुछ दिनों बाद देने की बात कह रहे थे. लेकिन लाख मिन्नतों के बाद भी लड़का के पिता नहीं मानें और शादी तोड़ने की धमकी देने लगे.
फोन पर बात करते-करते आ गए थे करीब
इधर, युवक-युवती छह महीने से फोन पर बातचीत करते-करते एक दूसरे के काफी नजदीक आ गए थे. ऐसे में युवक मंगलवार को सतगावां पहुंचा और दान-दहेज की रस्म को तोड़ते हुए युवती से मैसरवा स्थित शिव मंदिर में शादी कर ली और जीवन भर एक दूसरे के साथ रहने की कसमें खायीं. हालांकि, इस अवसर पर युवक के परिजन मौके पर मौजूद नहीं रहे.
युवती को पत्नी मान चुका था युवक
शादी के बाद दोनों पति-पत्नी ने बताया कि उन्होंने अपनी मर्जी से शादी की है. वे दोनों बालिग हैं. युवक ने कहा कि जब घरवालों ने शादी तय की थी, तभी मैंने युवती को पत्नी मान लिया था, इसलिए शादी कर ली. आगे परिजनों को मानने की कोशिश करूंगा. शादी के दौरान लड़की पक्ष कई लोग मंदिर में उपस्थित थे, जिन्होंने शादी के बाद दोनों को खुशी से विदा कर दिया.
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