बिहार के पूर्व राज्यपाल रघुनंदन लाल भाटिया के निधन पर CM नीतीश ने जताया दुख, एक दिन का राजकीय शोक
रघुनंदन लाल भाटिया का शनिवार को दुर्ग्याणा शिवपुरी में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. 2004 से 2008 तक केरल के राज्यपाल भी रहे. रघुनंदन अमृतसर संसदीय सीट से सबसे पहले 1972 में लोकसभा सांसद बने थे.
पटनाः बिहार के पूर्व राज्यपाल और पंजाब के अमृतसर से छह बार सांसद रह चुके रघुनंदन लाल भाटिया का शनिवार को निधन हो गया. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ट्वीट कर शोक जताया. साथ ही राज्य सरकार द्वारा रघुनंदन लाल भाटिया की आत्मा की शांति के लिए बिहार में एक दिन का राजकीय शोक मनाया जाएगा. उनका निधन एक निजी अस्पताल में हुआ.
राजनीतिक एवं सामाजिक जीवन में अपूरणीय क्षति
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लिखा “बिहार के पूर्व राज्यपाल रघुनंदन लाल भाटिया जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है. वे एक कुशल राजनेता थे. उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक जीवन में अपूरणीय क्षति हुई है. राज्य सरकार द्वारा दिवंगत आत्मा की शांति हेतु एक दिन का राजकीय शोक मनाया जाएगा.”
बिहार के पूर्व राज्यपाल रघुनंदन लाल भाटिया जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। वे एक कुशल राजनेता थे। उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक जीवन में अपूरणीय क्षति हुई है। राज्य सरकार द्वारा दिवंगत आत्मा की शांति हेतु एक दिन का राजकीय शोक मनाया जाएगा।
— Nitish Kumar (@NitishKumar) May 16, 2021
सियासत में साफ सुथरी छवि के लिए जाने जाते थे
शनिवार को दुर्ग्याणा शिवपुरी में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. वे भाटिया 2004 से 2008 तक केरल के राज्यपाल भी रहे. वह 2008 से 2009 तक बिहार के राज्यपाल भी रहे. रघुनंदन भाटिया 1992 में नरसिम्हा राव सरकार में विदेश राज्यमंत्री भी रहे. वे सियासत में अपनी साफ सुथरी छवि के लिए जाने जाते थे. रघुनंदन अमृतसर संसदीय सीट से सबसे पहले 1972 में लोकसभा सांसद बने थे और इसके बाद इसी सीट से 1980, 1985, 1992, 1996 और 1999 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते.
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