पटना: स्टाइपेंड की मांग को लेकर राज्य भर के मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं. जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल की वजह से मरीजों को काफी परेशानी हो रही है. सरकार द्वारा चेतावनी मिलने के बाद भी जूनियर डॉक्टर काम पर वापस नहीं लौट रहे हैं. ऐसे में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने सूबे के मुखिया नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से जूनियर डॉक्टरों की मांग पूरी करते हुए उनकी हड़ताल खत्म कराने की अपील की है.


पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने सोमवार को अपने एक ट्वीट में कहा कि ‪मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय जी से अनुरोध है कि कोरोना महामारी को देखते हुए राज्यहित में जूनियर डाक्टरों की सभी मांगों को मानकर अविलंब उनकी हड़ताल को खत्म करवाएं. जूनियर डाक्टरों की हड़ताल का सीधा असर गरीबों पर पड़ रहा है.


गौरतलब है कि पिछले 5 दिनों से स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग को लेकर हड़ताल पर गए डॉक्टर किसी भी सूरत में मानने को तैयार नहीं हैं. पटना के पीएमसीएच जूनियर डॉक्टर लगातार धरना और प्रदर्शन कर रहे हैं. इनकी हड़ताल में अब इंटर्न डॉक्टरों ने भी साथ देना शुरु कर दिया है. जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि जनवरी 2020 से ही स्‍टाइपेंड बढ़ाया जाना था. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब 2021 आने वाला है ऐसे में हम चाहते हैं कि नए साल से हमें बढ़ी हुई स्टाइपेंड मिले.


हालांकि, विभाग ने सभी हड़ताली डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश जारी किया है. विभाग ने एक पत्र जारी कर कहा है कि हड़ताली डॉक्टर काम कर वापस लौटें. विभाग मरीजों के प्रति लापरवाही बिल्कुल बर्दास्त नहीं करेगी. वहीं, विभाग ने हड़ताली डॉक्टरों के सैलरी में कटौती करने की भी बात कही है.