अररिया: बिहार के अररिया जिले के रानीगंज विधानसभा क्षेत्र से विधायक अचमित ऋषिदेव की पत्नी मंजूला देवी की बुधवार की रात मौत हो गई. मंजूला देवी कोरोना संक्रमित थीं और उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. वेंटीलेर नहीं मिलने की वजह से उनकी मौत हो गई. आर्थिक रूप से संपन्न होने के बावजूद विधायक अपनी पत्नी को नहीं बचा पाए. इसका एक मात्र कारण इलाज के लिए समुचित व्यवस्था का ना होना है. 


राबड़ी देवी ने नीतीश कुमार पर साधा निशाना


जेडीयू विधायक की पत्नी के मौत पर बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, " भाजपाई नीतीश कुमार को इस पर बोलना चाहिए कि नहीं बोलना चाहिए? इसका दोषी भी आज से 30 बरस पूर्व के आपके द्वारा दुष्प्रचारित कथित जंगलराज को बता दीजिए. आपने तो पहले के सभी PHC बंद करा दिए. शर्म करो."




बता दें कि अररिया सदर अस्पताल में छह वेंटिलेटर उपलब्ध हैं, परंतु इसे चलाने वाला कोई नहीं है. विधायक की पत्नी सहित ऐसे कई लोग हैं, जिनकी जान समय पर वेंटिलेटर नहीं मिलने के कारण चली गई है. जिले के नरपतगंज प्रखंड के फतहपुर पंचायत की रहने वाली मंजूला देवी के परिजनों ने बताया कि वो करीब आठ दिनों से बीमार थीं. उनका इलाज स्थानीय स्तर पर चल रहा था.


अस्पतालों का चक्कर काटते-काटते हो गई मौत


परिजनों के अनुसार मंगलवार को उनकी हालत गंभीर हो गई. ऐसे में उन्हें जिला मुख्यालय स्थित डॉ. सुदर्शन झा को दिखाया गया. डॉक्टर ने उन्हें तुरंत वेंटिलेटर और ऑक्सीजन लगाने की सलाह दी. इसके बाद उन्हें सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां डॉक्टरों ने बताया कि वेंटिलेटर है पर चालू नहीं है. उसे चलाने वाले तकनीशियन नहीं हैं.


ऐसे से आननफानन विधायक की पत्नी को फारबिसगंज कोविड सेंटर ले जाया गया, वहां ऑक्सीजन उपलब्ध था, लेकिन वेंटिलेटर की सुविधा नहीं थी. विधायक और अन्य परिजन उन्हें मुरलीगंज स्थित एक अस्पताल ले जाने लगे, जहां वेंटिलेटर और ऑक्सीजन दोनों की सुविधा उपलब्ध थी, परंतु रास्ते में ही उनकी मौत हो गई. 


पत्नी की मौत से काफी दुखी हैं विधायक


रानीगंज विधायक अचमित ऋषिदेव पत्नी की मौत के बाद काफी दुखी हैं. किसी से बात करते उनके आंखों से बरबस आंसू छलक पड़ते हैं. मोबाइल और सोशल मीडिया से उनके चाहने वाले लोग उन्हें सांत्वना दे रहे हैं. विधायक ने बताया कि मंजूला देवी समाजसेवी थी. गरीबों के प्रति उनके दिलों में काफी सम्मान था. वे हमेशा लोगों की मदद करने में आगे रहती थी. उसके चले जाने से गमों का पहाड़ टूट पड़ा है.


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