सिवान: बिहार के सिवान संसदीय क्षेत्र से सांसद रह चुके दिवंगत नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन के परिजनों से नेताओं के मिलने का सिलसिला जारी है. इसी क्रम में सोमवार को पूर्व मंत्री ददन पहलवान सिवान पहुंचे. सिवान के नया किला स्थित मोहम्मद शहाबुद्दीन के आवास पर उन्होंने उनके बेटे ओसामा शहाब से मुलाकात की. इस दौरान दोनों के बीच घंटों बातचीत हुई.
पूर्व मंत्री ददन पहलवान के साथ इंडियन ह्यूमन राइट के राष्ट्रीय सचिव गौर मलिक, हम के प्रदेश सचिव मोहम्मद दानिश, जेडीयू के पूर्व प्रदेश महासचिव मोहम्मद दानिश और आरजेडी के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष मो. खालिद भी सिवान पहुंचे.
समाज की सेवा करे ओसामा
ओसामा से मुलाकात के बाद पूर्व मंत्री ददन पहलवान ने कहा कि शहाबुद्दीन से उनका पुराना संबंध था, इसलिए वो उनके परिजनों से मिलने सिवान पहुंचें हैं. उन्होंने कहा कि अगर वो चाहते तो हजारों गाड़ियों के काफिले के साथ सिवान पहुंचते, लेकिन पारिवारिक संबंध है, इसलिए उनसे राय विचार करने पहुंचे.
पूर्व मंत्री ने कहा, " जब मैं विधायक और मंत्री था, तब से शहाबुद्दीन से मेरा रिश्ता रहा है. पूरे भारत में उनकी पहचान है. हम लोगों का साथ और आशीर्वाद है कि ओसामा अपने पिता से भी बढ़ कर समाज की सेवा करे.
अधिकारी नहीं करते एमपी-एमएलए का सम्मान
ददन पहलवान ने कहा कि बिहार की स्थिति खराब हो चुकी है. पहले जो सांसद और विधायक का सम्मान होता था, वो अब नहीं होता. अब उनका अपमान हो रहा है. बिहार के अधिकारी किसी एमपी-एमएलए की बात नहीं सुनते. लेकिन विधायक-एमपी को सम्मान दिलाना उनका धर्म हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की छवि अब खराब हो चुकी है. यही स्थिति रही तो बिहार में 2022 में विधानसभा चुनाव हो सकता है.
लालू यादव किसी नेता को बढ़ने नहीं देते
आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि लालू परिवार का नेचर ही ऐसा है, जो नेता आगे बढ़ने लगता है, वो उसे छांट देते हैं. लालू यादव का नेचर ही ऐसा है. वो किसी को बढ़ने नहीं देना चाहते हैं. पूरा लालू परिवार दिल्ली में था, लेकिन शहाबुद्दीन से एक दिन भी कोई मिलने नहीं पहुंचा.
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