पटना: जेडीयू कार्यकारिणी की बैठक से ठीक एक पहले बिहार के सियासी गलियारे से बड़ी खबर सामने आ रही है. खबर यह है कि बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और विधायक रामसेवक सिंह को जनता दल यूनाइटेड का अगले प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. इससे पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह इस पद को संभाल रहे थे.


बता दें कि बीते दिनों वशिष्ठ नारायण सिंह ने अपनी खराब सेहत का हवाला देकर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से मुक्ति होने की इच्छा जाहिर की थी. हालांकि, तब नीतीश कुमार की पहल पर उन्होंने अपना फैसला टाल दिया था.


जेडीयू को इस फैसले से होगा फायदा


गौर करने वाली बात ये है कि हाल ही में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाढ़ से जेडीयू के राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया था. इसके बाद अब नीतीश कुमार ने पार्टी को नई दिशा में मज़बूत करने के लिए यह कदम उठाया है. माना जा रहा है कि नीतीश के इस फैसले से जेडीयू मज़बूत होगी. सत्ताधारी दल में लव-कुश की जोड़ी को राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिलने का बाद जेडीयू को काफी फायेदा होगा.


नीतीश का भरोसा जितने वाले कौन हैं रामसेवक सिंह?


बिहार के हथुआ से चार बार विधानसभा के सदस्य चुने गए रामसेवक सिंह कुशवाहा जाति से आते हैं. हथुआ विधानसभा कुशवाहा बाहुल्य क्षेत्र माना जाता है. रामसेवक सिंह की गिनती आम तौर पर कम बोलने वाले नेताओं में होती है. साफ सुथरी छवि के नेता होने के बावजूद उनके ऊपर हथुआ थाना में अपने विधासनभा क्षेत्र के एक युवक को बेरहमी से पीटने का आरोप है. इस मामले में वे जेल भी जा चुके हैं. बता दें कि चकागांव प्रखंड के असनंद टोला गांव के रहने वाले रामसेवक पूर्व में बलेसरा पंचायत के मुखिया भी रहे हैं.


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