पटना: बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष ओपी साह का मंगलवार को निधन हो गया. कुछ हफ्ते पूर्व उन्हें इलाज के लिए राजधानी स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वह कोरोना संक्रमित हो गए थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ओपी साह के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. हाल में ओपी साह की माता का निधन हुआ था.


मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि ओपी साह गरीबों की सहायता के लिए सदैव तत्पर रहते थे. सामाजिक कार्यों में उनकी गहरी अभिरुचि थी. मेरा उनसे व्यक्तिगत जुड़ाव था. हर हफ्ते वह मुझसे मिलने आते थे. विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत चर्चा भी होती थी. उनके निधन से मैं मर्माहत हूं. उनके निधन से सामाजिक क्षेत्र एवं बिहार के उद्योग जगत को अपूरणीय क्षति हुई है.






स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने ट्वीट कर निधन पर जताया शोक


पटना के वरिष्ठ चिकित्सक विनय कुमार सिंह का भी निधन हो गया. वे पटना के गर्दनीबाग राजकीय चिकित्सालय में पदस्थापित थे. डॉ. विनय कोरोना से संक्रमित थे. उनकी पहचान हृदय और छाती रोग विशेषज्ञ के तौर पर थी. बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने ट्वीट करके उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने लिखा "गर्दनीबाग अस्पताल, पटना के चिकित्सक डॉ. विनय कुमार सिंह जी की कोरोना से निधन से व्यथित हूं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे। ॐ शांति !!" स्वास्थ्य मंत्री ने अपने ट्वीट में कहा कि 58 वर्षीय डॉ. विनय अपने पीछे परिवार में पत्नी और एक बेटा और एक बेटी को छोड़ गए हैं.






डॉ. विनय मरीजों के प्रति समर्पित एक बेहद काबिल डॉक्टर थे. गंभीर रोगियों की जान बचाने के लिए वे अपने जीवन की भी परवाह नहीं करते थे. मूल रूप से पलामू ज़िले के हरिहरगंज गांव के रहने वाले डॉ. विनय ने अपनी मेडिकल की पढ़ाई आरएमसीएच, रांची से की थी. इसके बाद उन्होंने एमडी किया. उनकी पहली पोस्टिंग बक्सर जिले के डुमरांव में प्राथमिक चिकित्सालय केंद्र में 90 के दशक में हुई थी. डॉ विनय की लोकप्रियता बक्सर से सटे उत्तरप्रदेश के गाजीपुर और बलिया जिलों में भी बढ़ी.


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