बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की उठी मांग तो मनमोहन सिंह ने किया था ये खास काम, प्रदेश से था लगाव
Manmohan Singh Died: भारत के कामयाब प्रधानमंत्रियों की सूची में एक नाम पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का भी शामिल हैं. उनके निधन से देश भर में शोक की लहर है.
Manmohan Singh Death: देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में गुरुवार (26 दिसंबर) को दिल्ली स्थित एम्स में निधन हो गया है. निधन की खबर सामने आने के बाद देश भर में शोक की लहर है. बिहार के सभी राजनीतिक दलों के नेता भी पूर्व पीएम के निधन पर शोक जता रहे हैं. इस बीच प्रदेश के सियासी गलियारों में मनमोहन सिंह के बिहार से लगाव को लेकर चर्चाएं भी हो रही हैं. प्रधानमंत्री रहने के दौरान मनमोहन सिंह ने बिहार को कई सौगातें दी थीं.
खास कर 2008 में बिहार में आई बाढ़ के समय उन्होंने सरकारी खजाने को प्रदेश के लिए खोल दिया था. वे खुद बिहार पहुंचे थे और हेलीकॉप्टर से मधेपुरा, सुपौल और अररिया जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया था. इसके साथ ही उन्होंने बिहार को राहत पैकेज के रूप में एक हजार करोड़ रुपये मदद देने की घोषणा भी की थी.
'विशेष कमेटी का किया था गठन'
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के समय में भी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग ने जोर पकड़ा था. उस समय मनमोहन सिंह ने रघुराम राजन की अध्यक्षता में बिहार की मांग पर गौर करने के लिए एक विशेष कमेटी गठित की थी.
बिहार को मनमोहन सिंह ने और क्या-क्या दिया?
• बिहार के किशनगंज में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की शाखा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में खोली गई थी.
• बिहार को दो केंद्रीय विश्वविद्यालय भी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में मिले.
• प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में उनकी पहल पर ही पटना में पहला डॉल्फिन रिसर्च सेंटर बना. राज्य सरकार की तरफ से इसके लिए प्रस्ताव भेजा गया था. जिसे उन्होंने सहमति दी.
• पटना के दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय की शुरुआत भी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में हुई.
• प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में ही 2010 में नालंदा विश्वविद्यालय अधिनियम संसद में पारित हुआ था.
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